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चीन के सिचुआन में भूकंप से 7 लोगों की मौत, अफगानिस्तान में भी धरती हिली; जानें कितनी रही तीव्रता

दक्षिण पश्चिम चीन के सिचुआन प्रांत के लुडिंग काउंटी में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। सोमवार सुबह 6.8 तीव्रता का जोरदार भूकंप आया। जिसमें कम से कम 7 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आई है। कई लोग घायल भी हुए हैं। चीन की सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र के हवाले से बताया कि भूकंप स्थानीय समयानुसार दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर आया।

भूकंप का केंद्र लुडिंग काउंटी रहा

भूकंप का केंद्र लुडिंग काउंटी से 39 किलोमीटर दूर स्थित था और भूकंप के केंद्र के पांच किलोमीटर के दायरे में कई गांव आते हैं। भूकंप के झटके सिचुआन प्रांत की राजधानी चेंगदु में भी महसूस किए गए, जो भूकंप के केंद्र से 226 किलोमीटर दूर स्थित है। चीन के सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई तस्वीरों और वीडियो में चेंगदु में इमारतों को हिलते हुए देखा जा सकता है।

भूकंप के लिहाज से संवेदनशील है सिचुआन प्रांत

सिचुआन प्रांत तिब्बत के पड़ोस में स्थित है और भूकंप के लिहाज से संवेदनशील है। इस प्रांत में 2008 में विनाशकारी भूकंप आया था, जिसमें करीब 90,000 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 26 जून 2020 को चीन के झिंजियांग में 6.4 मैग्नीट्यूड तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप के झटके झिंजियांग इलाके के यूतियान क्षेत्र में दर्ज किए गए थे। वहीं 2013 में यान शहर में आए भूकंप से 100 लोगों की जान चली गई थी।

अफगानिस्तान में भूकंप का झटका

अफगानिस्तान के काबुल में सोमवार शाम 5 बजकर 27 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस हुए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.4 आंकी गई है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने बताया कि भूकंप का केंद्र जमीन से 30 किलोमीटर अंदर था। फिलहाल किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

कैसे मापते हैं भूकंप की तीव्रता

रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र (एपीसेंटर) से मापा जाता है। भूकंप को लेकर चार अलग-अलग जोन में बांटा गया है। मैक्रो सेस्मिक जोनिंग मैपिंग के अनुसार इसमें जोन-5 से जोन-2 तक शामिल है। जोन 5 को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना गया है और इसी तरह जोन दो सबसे कम संवेदनशील माना जाता है।

किस तीव्रता का भूकंप कितना खतरनाक है

• 0 से 1.9 तीव्रता का भूकंप काफी कमजोर होता है। सीज्मोग्राफ से ही इसका पता चलता है।
• वहीं 2 से 2.9 तीव्रता का भूकंप रिक्टर स्केल पर हल्का कंपन करता है।
• 3 से 3.9 तीव्रता का भूकंप आने पर ऐसा लगता है जैसे कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर गया हो।
• 4 से 4.9 तीव्रता का भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। साथ ही दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
• 5 से 5.9 तीव्रता का भूकंप आने पर घर का फर्नीचर हिल सकता है।
• 6 से 6.9 तीव्रता का भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है।
• 7 से 7.9 तीव्रता का भूकंप खतरनाक होता है। इससे बिल्डिंग गिर जाती हैं और जमीन में फाइप फट जाती है।
• 8 से 8.9 तीव्रता का भूकंप काफी खतरनाक होता है। जापान, चीन समेत कई देशों में 8.8 से 8.9 तीव्रता वाले भूकंप ने खूब तबाही मचाई थी।
• 9 और उससे ज्यादा तीव्रता का भूकंप आने पर पूरी तबाही होती है। इमारतें गिर जाती है। पेड़ पौधे, समुद्रों के नजदीक सुनामी आ जाती है।

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