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जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में NIA की छापेमारी : श्रीनगर में नौ जगहों पर सर्चिंग, लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े तार; टेरर फंडिंग केस में कार्रवाई

श्रीनगर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने टेरर फंडिंग केस में बड़ा एक्शन लेते हुए जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में 9 ठिकानों पर छापेमारी की है। एजेंसी द्वारा 2022 में दर्ज किए गए एक मामले के तहत आतंकवाद से जुड़े व्यक्तियों के विभिन्न स्थानों पर यह कार्रवाई की गई। इस रेड में एनआईए के अफसरों के साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस और CRPF के जवान भी हैं।

संदिग्धों के TRF से जुड़े होने की आशंका

NIA को श्रीनगर में रह रहे कुछ संदिग्धों के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी। संदिग्धों के लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेसिस्टेंट फ्रंट (TRF) से जुड़े होने की आशंका है। लश्कर-ए-तैयबा 1990 के दशक की शुरुआत में बना सबसे बड़ा आतंकवादी समूह है। यह अनंतनाग क्षेत्र में सक्रिय रूप से नेटवर्क को पुनर्जीवित करने में लगा हुआ है। यह जम्मू और कश्मीर क्षेत्र में विभिन्न शाखाओं के माध्यम से काम कर रहा है।

NIA ने 10 फरवरी को भी की थी छापेमारी

करीब दो महीने पहले (10 फरवरी) भी NIA ने जम्मू-कश्मीर में एक साथ कई जगहों पर छापेमारी की थी। तब टेरर फंडिंग के मामले को लेकर जमात-ए-इस्लामी संगठन से जुड़े लोगों के 10 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। यह छापेमारी बडगाम, कुलगाम और जम्मू जिले के गुज्जर नगर, शहीदी चौक में हुई थी।

जनवरी में दो लोगों की हुई थी गिरफ्तार

विशेष जांच एजेंसी (SIA) ने हाल ही में जनवरी में आतंकी फंडिंग में शामिल एक पुलिसकर्मी समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया था। दोनों पर क्रॉस बॉर्डर नारकोटिक्स सिंडिकेट में शामिल होने का आरोप था। टेरर फंडिंग मामले में जम्मू के सेलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल सैफ-उद-दीन और उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में उरी के पूर्व सरपंच फारूक अहमद जंगल की गिरफ्तारी की गई थी।

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