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Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में हिंसा… बगावत के बीच 13 जुलाई को इस्तीफा देंगे राष्ट्रपति गोटबाया; अमेरिका ने किया हस्तक्षेप, कही ये बात

श्रीलंका में आर्थिक और राजनीतिक संकट को लेकर प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन उग्र होता जा रहा है। 116 दिन बाद शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के आवास पर कब्जा कर लिया। वहीं कोलंबो से फरार गोटबाया ने 13 जुलाई को इस्तीफा देने का फैसला किया है। वहीं बढ़ती हिंसा को देखते हुए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने पहले ही इस्तीफा दे दिया है।

पीएम रानिल विक्रमसिंघे के आवास में भी लगाई आग

श्रीलंकाई प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को राष्ट्रपति भवन पर कब्जा करने के बाद प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के निजी आवास में भी आग लगा दी थी। इससे पहले सर्वदलीय सरकार के लिए रास्ता बनाने के लिए विक्रमसिंघे ने इस्तीफा देने की पेशकश की थी।

13 जुलाई को इस्तीफा देंगे राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे

गोटबाया राजपक्षे ने 13 जुलाई को सशर्त इस्तीफा देने की बात कही है। प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के इस्तीफे के बाद संसद के स्पीकर महिंदा यापा अबेवर्धने ने राष्ट्रपति के इस्तीफा देने के फैसले की घोषणा की है। बता दें कि, गोटबाया को 8 जुलाई के बाद कोलंबो में नहीं देखा गया।

राष्ट्रपति भवन के अंदर फोटो क्लिक कराते प्रदर्शनकारी।

अमेरिका ने श्रीलंका के नेताओं से की ये अपील

श्रीलंका में तीन महीने से सड़कों पर प्रदर्शन किया जा रहा है। आर्थिक तंगी और महंगाई के बाद अब भूख का संकट गहरा गया है। इस बीच, अमेरिका ने श्रीलंका के नेताओं से जल्द से जल्द ‘असंतोष’ को दूर करने का आग्रह किया है। अमेरिका ने श्रीलंका के नेताओं से आर्थिक स्थिरता हासिल करने के लिए जल्दी से कोई बड़ा कदम उठाने के लिए कहा है।

जानिए श्रीलंका संकट में अब तक क्या-क्या हुआ?

15 मार्च 2022 : राजपक्षे परिवार के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने विद्रोह शुरू कर दिया था। जिसके बाद सरकार ने खाद्य वस्तुओं पर इमरजेंसी लगा दिया।

2 अप्रैल 2022 : राष्ट्रपति आवास के बाहर हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए श्रीलंका में आपातकाल लगाया गया। जिसे 5 दिन बाद वापस ले लिया गया।

4 अप्रैल 2022 : बढ़ते प्रदर्शन को देखते हुए 26 मंत्रियों ने एक साथ इस्तीफा दे दिया था।

6 मई 2022 : विरोध प्रदर्शन उग्र होने लगा। जगह-जगह पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प होने लगी। जिसके बाद दोबारा आपतकाल लगाया गया।

9 मई 2022 : महिंद्रा राजपक्षे ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद रानिल विक्रमसिंघे नए प्रधानमंत्री बनाए गए।

5 जुलाई 2022 : प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे द्वारा श्रीलंका के दिवालिया होने की घोषणा के बाद प्रदर्शनकारी फिर उग्र हो गए।

9 जुलाई 2022 : हजारों प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति आवास में घुस गए। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए राष्ट्रपति गोटबाया भाग खड़े हुए।प्रदर्शनकारियों ने लगाई पीएम के घर में आग। प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा- वह भी इस्तीफा देने को तैयार हैं। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने श्रीलंका संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने से कहा कि वह 13 जुलाई को पद छोड़ देंगे।

15 जुलाई तक सभी स्कूल, 4 यूनिवर्सिटी बंद

श्रीलंका का आर्थिक और राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है। सरकार ने देश में बढ़ते विरोध प्रदर्शन को देखते हुए 15 जुलाई तक सभी स्कूलों के साथ-साथ 4 स्टेट यूनिवर्सिटी को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है।

राजपक्षे के खिलाफ लंबे वक्त से चल रहा आंदोलन

श्रीलंका में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के खिलाफ लंबे वक्त से ‘Gota Go Gama’ और ‘Gota Go Home’ आंदोलन जारी है। सिंहली भाषा में गामा का मतलब गांव होता है।

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आर्थिक संकट की वजह से लोगों के पास खाना तक नहीं

श्रीलंका आर्थिक संकट से जूझ रहा है, जिसकी वजह से कई परिवारों को भोजन भी नहीं मिल पा रहा है। हर चीज की कीमत आसमान छू रही हैं। गैस की कमी के कारण लोग घरों में चूल्हा जला रहे हैं। बुधवार को जारी विश्व खाद्य कार्यक्रम के ताजा आंकलन के मुताबिक, करीब 62 लाख लोगों को भोजन कैसे मिलेगा, इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है। श्रीलंका में 10 में से तीन परिवारों को इस बात का भी पता नहीं है कि उन्हें अगला भोजन कब और कहां मिलेगा।

मई में जो महंगाई 39.1% थी, वो जून में बढ़कर 54.6% हो गई है। अगर सिर्फ खाद्य महंगाई को देखें तो मई में जो 57.4% थी, वो जून में बढ़कर 80.1% हो गई है।

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सांसद ने खुद को मारी थी गोली

10 मई को सत्ताधारी पार्टी के सांसद Amarakeerthi Athukorala की मौत हो गई थी। जानकारी के मुताबिक, उनकी गाड़ी को निट्टंबुवा में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने घेर लिया था। इस दौरान सांसद की SUV गाड़ी से फायरिंग हुई, इस पर भीड़ भड़क गई। फिर सांसद वहां से भागे और एक बिल्डिंग में छिप गए, जिसे हजारों लोगों ने घेर लिया था। कहा जा रहा है कि भीड़ से डरकर सांसद ने खुद को अपनी ही रिवॉल्वर से गोली मार ली।

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