
भोपाल। देर आए, दुरूस्त आए की तर्ज पर कांग्रेस ने सुरेश पचौरी, अजय सिंह राहुल और अरुण यादव को प्रदेश में प्रत्याशियों के चयन के लिए बनी स्क्रीनिंग कमेटी में शामिल कर ही लिया। पार्टी को आखिरकार चुनावी दौर से पहले समझ आ ही गया कि प्रदेश के इन तीन दिग्गजों को चुनावी साल में स्क्रीनिंग कमेटी से बाहर रखने का खामियाजा चुनाव में पार्टी को भोगना पड़ सकता है। हालांकि, लंबे समय से तीनों नेताओं को इस अहम कमेटी में जगह मिलने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन इसमें बदलाव तभी संभव हो सका जब प्रदेश के प्रभारी महासचिव जेपी अग्रवाल की छुट्टी हो गई। नए प्रभारी महासचिव रणदीप सुरजेवाला के बतौर इंचार्ज पहले दौरे के तत्काल बाद इन तीनों दिग्गजों को स्क्रीनिंग कमेटी में जगह मिलने के राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं।
फिलहाल ये हैं कमेटी के सदस्य
फिलहाल, एमपी के लिए बनी स्क्रीनिंग कमेटी के प्रमुख भंवर जितेंद्र सिंह हैं। उनके सहयोग के लिए अजय कुमार लल्लू और सप्तगिरि उल्का को भी टीम में रखा गया था। इसके अलावा बतौर पदेन पीसीसी चीफ कमलनाथ, बतौर पदेन प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह इस कमेटी में शामिल थे। अब एआईसीसी द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रहे अरुण यादव और सुरेश पचौरी के साथ पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल को विशिष्ट आमंत्रित सदस्य के तौर पर कमेटी में जगह मिली है।
पहली लिस्ट फाइनल होने से पहले हुआ एक्सटेंशन
हैरानी की बात ये है कि इस कमेटी के जरिए ही प्रदेश में उम्मीदवारों के नाम तय होते हैं। सर्वे और अन्य इनपुट्स के आधार पर ये समिति ही तय करती है कि पार्टी में किस सीट से किसे चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। यह तीन नाम इस समिति की पहली बैठक संपन्न होने के दो दिन बाद शामिल किए गए हैं। ऐसे में अब प्रत्याशियों की पहली सूची आने में कुछ विलंब हो सकता है। राजनैतिक नजरिए से देखा जाए तो इन नेताओं के स्क्रीनिंग कमेटी में शामिल होने के बाद इनके हताश दिख रहे समर्थक अब उत्साहित नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि अरुण यादव मालवा-निमाड़, अजय सिंह राहुल विंध्य और सुरेश पचौरी भोपाल और नर्मदापुरम् में पार्टी के प्रभावी नेता माने जाते हैं।
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