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क्या मर गई थी मां की ममता..! अपनी ही 8 माह की मासूम बेटी को पानी में डुबोकर मार डाला…

सिंगरौली। मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। बरगवां थाना क्षेत्र के हिंडाल्को महान प्रोजेक्ट के आवासीय परिसर में बेरहम मां ने अपनी ही 8 माह की मासूम बेटी की पानी में डुबोकर मार डाला। वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि मासूम लगातार रो रही थी। हत्या करने के बाद मासूम के शव को बोरे में बंद कर नाले में फेंक दिया। सूचना मिलने पर तत्काल पुलिस मौके पर पहुंच गई और आरोपी मां को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी।

पहले थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई

जानकारी के मुताबिक, घटना बुधवार की है। बरगवां निवासी रामलला तिवारी हिंडाल्को महान में कार्यरत हैं। शाम को जब वह घर पहुंचे तब पत्नी मधु तिवारी ने उन्हें बताया कि, मैं दोपहर में बच्ची को सुलाकर बाथरूम में कपड़े धोने चली गई थी। फिर जब कपड़े धोकर निकली तो बच्ची कमरे में नहीं मिली। इसके बाद बच्ची को काफी देर तक ढूंढा गया, लेकिन वह नहीं मिली तो थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। रिपोर्ट में मासूम को किडनैप करनी की बात कही गई।

देर रात तक पुलिस ने की तलाशी, कोई सुराग नहीं मिला

परिजनों द्वारा शिकायत करने पर एसपी निवेदिता गुप्ता ने मामले में संज्ञान लिया और SDOP केके पांडे को रिपोर्ट सौंपी। उन्होंने बरगवां अधिकारी और टीम के साथ तलाशी शुरू की लेकिन देर रात तक मासूम का कोई सुराग नहीं मिला।

हुआ पश्चाताप तो खुद ही उगल दिया सच

देर रात जब महिला को अफसोस हुआ, तब उसने पति को पूरी सच्चाई बता दी। जिसे सुनने के बाद पति हैरान रह गया, उसके होश उड़ गए। इसके बाद पति ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। गुरुवार को पुलिस ने शव बरामद कर महिला को गिरफ्तार कर लिया। शव आवास से कुछ दूर स्थित नाले से बरामद कर लिया है।

बरगवां थाने के निरीक्षक विद्या वारिधि तिवारी के अनुसार मां ने ही मासूम की हत्या कर शव को नाले में फेंक दिया था। शुरुआती पूछताछ में क्रोध में आकर घटना को अंजाम देने की बात सामने आई है। मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

पोस्टपार्टस प्रेगनेंसी डिप्रेशन है वजह

मनो चिकित्सकों के मुताबिक इस तरह का व्यवहार पोस्टपार्टस प्रेग्नेंसी डिप्रेशन के कारण होता है। भोपाल के जाने-माने मनोचिकित्सक डॉ आरएन साहू के मुताबिक यह इसी तरह का क्लीयर केस है। इस बीमारी में मरीज मानसिक अवसाद से पीड़ित होती है, और कई बार उसे ये भी ध्यान नहीं रहता कि वह क्या कर रही है। हालांकि इस बीमारी में मानसिक अस्वस्थता की स्थिति हमेशा एक जैसी नहीं रहती। यही वजह है कि इस घटना में महिला ने अपनी मानसिक स्थिति ठीक होने पर अपनी बेटी को मारने की बात खुद अपने पति को बता दी। डॉ आरएन साहू बताते हैं कि इसी तरह का एक मामला कुछ समय पहले भोपाल के नजदीक रायसेन में भी आया था, जहां एक महिला ने अपने बेटे की ही जान ले ली थी।

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