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सिंहस्थ 2028…क्राउड कंट्रोल से लेकर मंदिरों की सजावट तक सब कुछ निजी हाथों में होगा

भोपाल। उज्जैन में 2028 में सिंहस्थ का आयोजन होना है। इसकी सारी व्यवस्थाएं निजी हाथों में होंगी। ट्रैफिक मैनेजमेंट, क्राउड कंट्रोल से लेकर मंदिरों को आकर्षक लुक देने सहित अन्य कामों के लिए 32 कंसल्टेंट नियुक्त किए जाएंगे। इनके लिए सरकार ने टेंडर भी जारी कर दिए हैं। ये कंसल्टेंट अभी से काम शुरू कर देंगे। अभी तक सिंहस्थ में ये काम सरकारी विभाग करते थे। जानकारी के अनुसार, सिंहस्थ की व्यवस्थाओं को सरकार पूरे देश में होने वाले कुंभ के लिए मॉडल बनाने पर काम कर रही है। इसीलिए कंसल्टेंट की सेवाएं ली जा रही हैं। ये सिंहस्थ में श्रद्घालुओं के ठहरने, खाने, शुद्ध पानी, बिजली, सुरक्षा, स्नान सहित श्रद्धालुओं को अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्लान तैयार करेंगे। इसी के आधार पर विभिन्न विभाग सिंहस्थ से जुड़े अपने कार्यों की रूपरेखा तय करेंगे। ये सरकार को तमाम तरह के डाटा और जानकारी उपलब्ध करने के अलावा प्रयागराज, नासिक और उत्तराखंड में हुए कुंभ से जुड़ी जानकारी और व्यवस्थाओं को भी साझा करेंगे।

पीपीपी मॉडल पर काम करने की सलाह देंगे

कंसल्टेंट सरकार को यह भी बताएंगे कि मेले में पीपीपी मोड पर किस तरह से काम कराया जा सकता है, जिससे सरकार पर वित्तीय बोझ भी नहीं बढ़े। वह यह भी सलाह देंगे कि मेले में किनकि न क्षेत्रों में शुल्क लगाकर सरकार कमाई कर सकेगी।

ऑनलाइन होगा प्लॉट और दुकानों का आवंटन

मेले में दुकान, ठहरने, होटल, अखाड़ों सहित अन्य कार्यों के लिए प्लॉट के आवेदन ऑनलाइन जमा होंगे। इसके लिए सरकार एक इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म तैयार कर रही है। इसी के जरिए जमीन का आवंटन और शुल्क जमा किया जा सकेगा। इस प्लेटफॉर्म पर मेले का पूरा मैप होगा और दिखेगा कि कौन सा प्लॉट व्यावसायिक, आवासीय, धार्मिक पंडलों, मनोरंजन के लिए होगा।

पहली बार अक की भी ली जाएगी मदद

  • क्राउड मैनेजमेंट: एआई के जरिए सिहस्थ में आने-जाने वाले श्रद्घालुओं की गिनती, मेले के दौरान श्रद्धालुओं के भीड़ का अनुमान
  • घटनाओं पर नजर : मेला क्षेत्र में किसी भी तरह की अप्रिय घटना, लावारिस सामान और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर, उस पर त्वारित नियंत्रण करने के लिए
  • पार्किंग और वाहनों का दबाव : सड़कों, पार्किंग स्थलों और वाहनों के दबाव की सटीक जानकारी
  • श्रद्धालुओं की गिनती : मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की एआई के माध्यम से गिनती, घाटों पर श्रद्धालुओं भीड़ की स्थिति की सटीक जानकारी
  • पुलिस के मोबाइल पर अलर्ट : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम कंट्रोल रूम को हर जानकारी देने के साथ पुलिस और प्रशासन के मोबाइल पर अलर्ट भेजने की व्यवस्था
  • बाहर से आने वाले वाहनों की जानकारी : एआई मेला क्षेत्र में आने वालों के दबाव की हर मिनट की जानकारी, वाहन र्पाकिंग में जगह का अपडेट रिपोर्ट।
  • क्षिप्रा के जल की शुद्धता की रिपोर्ट : क्षिप्रा नदी में जल स्वच्छता की हर पल की रिपोर्ट, नदी में जल स्तर की रिपोर्ट।

बनाया जाएगा मास्टर प्लान: सरकार सिंहस्थ के लिए उज्जैन मेले का मास्टर प्लान तैयार करेगी। इसमें यह निर्धारण होगा कि बाजार, बसाहट और आवास किन क्षेत्रों में बनाए जाएंगे। बस स्टैंड, पार्किंग, गोदाम, माल परिवहन की सुविधा, मेला कार्यालय के साथ अन्य विभागों के कार्यालय किन क्षेत्रों में हों। मेले में किन क्षेत्रों से प्रवेश होगा, कौन सी सड़क कितनी चौड़ी होगी बताएंगे।

वर्ष 2028 में उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ को देश का मॉडल बनाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए बेहतर से बेहतर व्यवस्थाएं बनाने के लिए कंसल्टेंट एजेंसियों की नियुक्ति की जाएंगी। यह सभी विभागों को सिंहस्थ में काम करने के लिए प्लान तैयार करने के साथ काम में सहयोग करेंगी। – नीरज मंडलोई, प्रमुख सचिव, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग

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