भोपालमध्य प्रदेश

भीषण गर्मी में लोगों को भा रहा मटके का मीठा पानी, बाजारों में जमकर बिक रहे देसी फ्रिज

भोपाल। इस भीषण गर्मी में लोगों को मटके और सुराही का मीठा पानी ही पसंद आता है। इस समय पूरे शहर में देसी फ्रिज यानी मिट्टी के मटकों और सुराही की बिक्री जमकर हो रही है। इन दिनों 40 डिग्री सेल्सियस तक पारा पहुंच चुका है। ऐसे में गर्मी की तपिश में अपना गला तर करने के लिए लोग मिट्टी के घड़े आदि बर्तन की खरीदारी कर रहे हैं। मिट्टी के बर्तन का पानी सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है।

वीडियों में देखें मटके के पानी के फायदे…

ये भी पढ़ें: सहस्त्रबाहु ब्रिज लोकार्पण : CM शिवराज बोले- श्यामा प्रसाद मुखर्जी नगर में दहाड़ता है टाइगर, देश के सुंदर शहरों में से एक है भोपाल

बाजार में रंगीन और डिजाइनदार मटकों के साथ मिट्टी की बोतल बिक रही।

लोगों को भा रहे रंगीन मटके और मिट्टी की बोतल

इन दिनों बाजारों में अलग-अलग वैरायटी और डिजाइन के मटके और सुराही उपलब्ध हैं। विक्रेता महिला ने बताया कि इस समय रंगीन और डिजाइनदार मटकों के साथ मिट्टी की बोतल को लोग ज्यादा खरीदना पसंद कर रहे हैं। लोगों की सुविधा के लिए मटकों में नल भी लगाए गए हैं। वहीं विक्रेताओं का कहना है कि मटका, घड़ा और सुराही में लोगों की आवश्यकता के अनुसार बदलाव किया गया है।

मटकों पर भी महंगाई की मार

कोलार रोड पर मिट्टी के बर्तन बेच रहे मुकेश प्रजापति ने बताया कि इस बार मटकों की ज्यादा बिक्री हो रही है। क्योंकि पिछले दो साल से लॉकडाउन के कारण धंधा पूरी तरह चौपट था। मुकेश ने बताया कि इस बार मटके का व्यापार महंगा हो चुका है। जैसे-जैसे पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ते हैं वैसे ही मिट्टी से लेकर सभी समानों के दाम भी बढ़ जाते हैं, जिसके कारण मटका महंगा हो जाता है।

घड़े के पानी में होता है मिट्टी का सोंधापन

गर्मी के दस्तक देते ही बाजारों में देसी फ्रीज की मांग बढ़ गई है। गर्मी के दिनों में काफी लोग फ्रिज का पानी पीने की बजाए मटके का पानी पीना ज्यादा पसंद करते हैं। घड़े में एक तो मिट्टी का सोंधापन होता है और दूसरे उसके पानी की तासीर अलग ही होती है। घडे़ का पानी गला भी खराब नहीं करता। मटके के पानी में मीठापन भी होता है। मटकों और सुराही की कीमत 80-100 रुपए से शुरू होती है।

मध्य प्रदेश की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें…

संबंधित खबरें...

Back to top button