
ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सेन्ट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो के अधीक्षक सेल्वा मुरूगन ने आत्महत्या कर ली है। उन्होंने 4 अक्टूबर को कोल्डड्रिंक में सल्फास की गोलियां मिलाकर पी ली थीं। जिसके बाद इलाज के दौरान 7 अक्टूबर को उनकी मौत हो गई। चार महीने पहले भी नारकोटिक्स अधीक्षक ऐसा ही प्रयास कर चुके थे। वहीं पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
तीन दिन से वेंटीलेटर पर थे नारकोटिक्स अधीक्षक
जानकारी के मुताबिक, नारकोटिक्स अधीक्षक ने 4 अक्टूबर को कोल्डड्रिंक में सल्फास की गोलियां मिलाकर पी ली थीं। जिसकी जानकारी लगते ही परिजन उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। वह तीन दिन से वेंटीलेटर पर थे, जिसके बाद शनिवार (7 अक्टूबर) को उन्होंने दम तोड़ दिया। घटना मुरार थाना के बड़ागांव स्थित एमराल्ड ग्रीन सिटी टाउनशिप की है। बताया जा रहा है कि, गृह क्लेश के चलते उन्होंने यह कदम उठाया। पुलिस ने मर्ग कायम कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
जून में भी की थी आत्महत्या करने की कोशिश
केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के ग्वालियर में पदस्थ अधीक्षक सेल्वा मुर्गन, मुरार थानाक्षेत्र के बड़ागांव हाइवे के पास एमराल्ड ग्रीन सिटी में रहते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह कुछ समय से डिप्रेशन के शिकार थे और चार महीने पहले भी आत्महत्या करने की कोशिश की थी। पत्नी से झगड़ा होने के बाद वे एक जून को आत्महत्या करने रेलवे स्टेशन पहुंच गए थे। वहीं पत्नी उनके इरादों को समझ गई थीं और उन्होंने स्टेशन पर डायरेक्टर को सूचना दी थी। उनकी बात से आरपीएफ और जीआरपी तुरंत हरकत में आई और उन्हें ढूंढ निकाला था। वे प्लेटफार्म नंबर दो पर झांसी एंड पर मिले थे। आरपीएफ ने उन्हें रोका और समझाइश देकर थाने ले आई। थाने में पति-पत्नी की काउंसलिंग भी करवाई गई, दोनों के बीच सुलह कराकर घर भेज दिया था।