राष्ट्रीयव्यापार जगत

Budget 2023: मनरेगा को छोड़ा… महंगाई-बेरोजगारी का जिक्र नहीं, बजट पर किसने क्या दी प्रतिक्रिया

नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को संसद में बजट 2023-24 पेश किया। इस बार के बजट की सबसे खास बात यह रही कि, सालों बाद टैक्स स्लैब में बदलाव की घोषणा की गई है। इस बजट में महिलाओं और युवाओं के लिए कई ऐलान किए गए। वहीं अब बजट को लेकर नेताओं और मंत्रियों की प्रतिक्रिया सामने आने लगी है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

बजट किसानों, महिलाओं, सीमांत वर्गों और मध्यम वर्ग को सहायता प्रदान करने की प्राथमिकता के साथ, विकास और कल्याण पर केंद्रित है। आयकर छूट की सीमा को बढ़ाकर 7 लाख रुपए करने और कर संबंधी कई अन्य सुधारों से नौकरीपेशा और सेवानिवृत्त लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। इस जनहितैषी काम के लिए वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री को बधाई।

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य संधिया

बजट महिलाओं, युवाओं, किसानों, मध्यम वर्ग और MSME के उत्थान को बढ़ावा देते हुए राजकोष में एक अच्छा संतुलन बनाता है। यह एक प्रगतिशील बजट है, जो सभी कसोटियों पर खरा उतरता है। इससे भारत के डेवलपमेंट मिशव को ताकत मिलेगी। ये बजट सबके लिए एक बजट है।

BJP अध्यक्ष जे.पी. नड्डा

अमृत काल का पहला बजट लोक कल्याणकारी है, यह गरीब किसानों, आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों, वंचितों, आर्थिक रूप से पिछड़े तथा मध्यम वर्ग को सशक्त और सक्षम बनाने वाला बजट है। यह बजट बच्चों की पढ़ाई, मध्यम वर्ग की कमाई और बुजुर्गों की भलाई पर बल देने वाला है।

कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम

बजट का एक बड़ा हिस्सा राष्ट्रपति के अभिभाषण और आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट की पुनरावृत्ति है…टैक्स में किसी भी तरह की कटौती का स्वागत है। लोगों के हाथ में पैसा देना अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का सबसे अच्छा तरीका है।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, दिल्ली के साथ सौतेला व्यवहार, हमने पिछले साल 1.75 लाख करोड़ से ज्यादा का कर दिया लेकिन आवंटन सिर्फ 325 करोड़ रूपये का किया गया।

बिहार के उपमुख्यमंत्री  तेजस्वी यादव

ये बजट निल बट्टा सन्नाटा है, बिहार के लिए कुछ नहीं है। केंद्र में बिहार के जितने सांसद हैं उन्हें शर्म से डूब जाना चाहिए। किसानों के लिए, रेलवे के लिए कुछ नहीं है। UPA की सरकार में बिहार को जितना दिया जाता था क्या इस सरकार ने दिया?

BJP धर्म की राजनीति से ध्यान भटका कर संविधान खत्म कर रही है।नाम बदलने के अलावा इन्होंने कुछ किया? इससे किसे रोजी-रोटी मिली? बिहार के लोगों को ठगने की कोशिश की गई है। मध्यम वर्ग महंगाई से परेशान है। टैक्स में छूट आंखों में धूल झोंकने के बराबर है।

बजट में बेरोजगारी-महंगाई की बात नहीं- शशि थरूर

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, “बजट में कुछ चीजें अच्छी थी मैं इसे पूरी तरह नकारात्मक नहीं कहूंगा, लेकिन अभी भी कई सवाल उठते हैं। बजट में मनरेगा का कोई जिक्र नहीं था। सरकार मजदूरों के लिए क्या करने जा रही है? बेरोजगारी, महंगाई की बात भी नहीं की गई।”

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

यह देश की जनता के साथ विश्व की उम्मीदों को भी पूरा करने वाला बजट है। ये गरीबों का बजट है, नए भारत का संकल्प इस बजट में दिखाई देता है। भारत की अर्थव्यवस्था आज 5वें नंबर की अर्थव्यवस्था बनी है। इस बजट में मध्यम वर्ग, जनजातीय वर्ग, रोजगार सृजन आदि की चिंता की गई है। यह बजट भारत के गरीब लोगों को समर्पित है। ये सबका साथ, सबका प्रयास, सबका विश्वास, सबको साथ लेकर चलने वाला बजट है।

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल

यह बजट देश की वास्तविक भावना को संबोधित नहीं कर रहा है जो कि महंगाई और बेरोजगारी है। इसमें केवल फैंसी घोषणाएं थीं जो पहले भी की गई थीं लेकिन कार्यान्वयन के बारे में क्या? पीएम किसान योजना से सिर्फ बीमा कंपनियों को फायदा हुआ किसानों को नहीं।

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत

जिस तरह से मध्यम वर्ग की प्रतिक्रिया आ रही है उससे पता चल रहा है कि उनमें कितना उत्साह है। वर्षों से मध्यम वर्ग का जो लंबित विषय था उसे लेकर मध्यम वर्ग प्रधानमंत्री का धन्यवाद कर रहा है।

बजट पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश का बयान

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, “पिछले साल के बजट में कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, मनरेगा और अनुसूचित जाति के कल्याण के लिए आवंटन के लिए सराहना की गई थी। आज हकीकत सामने है। वास्तविक व्यय बजट की तुलना में काफी कम है। यह हेडलाइन मैनेजमेंट की मोदी की OPUD रणनीति है। वादा ज्यादा, काम कम।”

ये चुनावी बजट है : डिंपल यादव

सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा कि ये चुनावी बजट है, किसानों के लिए कुछ नहीं है। किसानों की एमएसपी की बात नहीं की है। रेलवे को पूरी तरह नज़रअंदाज़ किया गया है। आधी से ज्यादा आबादी गांव में बसती है लेकिन उनके लिए कुछ नहीं किया है। ये बहुत ही निराशाजनक बजट है।

RJD सांसद मनोज झा

मैंने वित्त मंत्री को कई बार कहा है कि जब भी बजट बनाए तो अनुच्छेद 39 को देख लें। संविधान से आंखें मूंद कर स्तुति गान वाला बजट बनाते हैं तो कुछ हासिल नहीं होगा। रोजगार के लिए आपने गोल-गोल बातें की। ये बजट खास लोगों का खास लोगों द्वारा खास तरह से बनाया बजट है।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी

ये बजट मध्यम वर्ग के हित में है, इससे भारत प्रफुल्लित है भले ही विपक्ष नाराज़ हो। इस बजट से महिला का सम्मान बढ़ा, बच्चों और किशोरों के लिए डिजिटल लाइब्रेरी की घोषणा से ज़िला स्तर पर बच्चे कैसे पढ़ेंगे और बढ़ेंगे इसका उल्लेख किया गया है। नारी शक्ति एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण कैसे कर सकती है इसका प्रतिबिंब आज के बजट में दिखता है।

भाजपा सांसद गौतम गंभीर

आम आदमी के लिए ये बजट बहुत अच्छा है, ये एक ऐतिहासिक कदम है। मध्यम वर्ग को इस बजट से बहुत राहत मिलेगी।

केंद्रीय मंत्री वीके सिंह

पिछले बजट को आधार लेकर आगे बढ़ने की कोशिश की गई है। इसके अंदर अगले 25 सालों के लिए भारत कैसे आगे बढ़े उसकी नींव रखी गई है।

सपा नेता और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव

सपा नेता और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इस बजट को चंद लोगों को लाभ पहुंचाने वाला बताया। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा। भाजपा अपने बजट का दशक पूरा कर रही है पर जब जनता को पहले कुछ न दिया तो अब क्या देगी।

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जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला

बजट में मध्यम वर्ग को मदद दी गई है, सबको कुछ न कुछ दिया गया है। डेढ़ घंटे तक हमने बजट सुना अब हम इसपर बात करेंगे जब मौका आएगा।

AAP ने कहा- पूंजीपतियों की लूट हुई आसान

आम आदमी पार्टी (AAP) नेता संजय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा, न किसान, न जवान, न नौजवान। बजट में किसी के लिए नहीं कोई प्रावधान। अमृत काल में अमृत के लिए तरस रहा है आम इंसान। पूंजीपतियों की लूट हुई आसान।

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