
हेमंत नागले, इंदौर। हर मंगलवार को जनसुनवाई में अजीबोगरीब मामले सामने आते हैं, लेकिन इंदौर कलेक्टर जनसुनवाई में एक ऐसा मामला सामने आया जिसमें फरियादी अपने पिता को एंबुलेंस में लेकर ही इंसाफ की गुहार लगाने कलेक्टर के सामने पहुंच गया। बताया जा रहा है कि तीन दिन पहले ही पिता को हार्ट अटैक आया था।
कलेक्टर ने इंसाफ दिलाने की बात कही
वीडियो में साफ तौर पर आप देख सकते हैं कि एंबुलेंस में कोई मरीज नहीं बल्कि उस फरियादी डॉक्टर के पिता हैं जो कि इंसाफ की गुहार लगाते हुए अपने पिता को जनसुनवाई में ही लेकर पहुंच गए। मामला पारिवारिक विवाद से जुड़ा है। पुलिस द्वारा जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो फरियादी कलेक्टर के सामने पहुंचा और अपनी बातें रखीं। जिसके बाद कलेक्टर ने भरोसा दिलाते हुए उसे इंसाफ दिलाने की बात कही है।
क्या है मामला ?
इंदौर कलेक्टर जनसुनवाई में द्वारकापुरी थाना क्षेत्र स्थित हवा बंगले के रहने वाले एक डॉ. पंकज वर्मा अपने पिता को गंभीर अवस्था में कलेक्टर जनसुनवाई में लेकर पहुंचे। पंकज वर्मा का कहना था कि वह न्यूरोलॉजिस्ट हैं और लंबे समय से प्रैक्टिस कर रहे हैं। हवा बंगला के अविरल हॉस्पिटल के नाम से वह अपना काम संचालित करते हैं, लेकिन उनकी पत्नी ने उन्हें इतना परेशान किया कि पंकज वर्मा के पिता मनसुखलाल वर्मा को हार्ट अटैक आ गया। वहीं, पुलिस द्वारा फरियादी की बात न सुनते हुए उल्टा डॉक्टर के परिवार पर ही कायमी कर दी। जिसके बाद डॉक्टर अपनी गुहार लेकर कलेक्टर के सामने पहुंचे और अपनी बात रखी।
डॉ. पंकज वर्मा ने बताया कि वर्ष 2018 में उनका विवाह जुनी इंदौर की रहने वाली माधुरी से हुआ था। माधुरी और डॉक्टर दोनों अविरल हॉस्पिटल में ही निवास करते हैं। दोनों का लंबे समय से कई बातों को लेकर विवाद चल रहा था। कुछ दिन पूर्व द्वारकापुरी थाने में काम करने वाले महेश धामदरे अपनी भतीजी माधुरी को पंकज वर्मा के घर छोड़ने आए और उन्हें डराने लगे, जिसके बाद माधुरी ने जब घर से अलग होने की बात कही तो माधुरी के रिश्तेदार महेश ने डॉ. पंकज वर्मा और उनके पिता पर ही उल्टा केस कर दिया। जिसके बाद मनसुखलाल वर्मा (85 वर्ष) को हार्ट अटैक आ गया। बता दें कि पीड़ित परिवार कई दिनों से अस्पताल में है। डॉ. पंकज वर्मा भी अपने घर नहीं जा पा रहे हैं। पुलिस की कार्यप्रणाली पर उन्हें भरोसा नहीं है, इसलिए वह इंदौर कलेक्टर के समक्ष पहुंचे और अपने पिता को एंबुलेंस में साथ लेकर गए, क्योंकि अब उनके पास कोई आसरा नहीं बचा है। फिलहाल, कलेक्टर ने पूरे मामले में जांच करने की बात कही है।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) April 4, 2023