
भगवान शिव का प्रिय सावन महीना शुरू हो चुका है। ऐसी मान्यता है कि इस माह जो भी भक्त शिव उपासना करता है, उसकी सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। सावन के महीने में सोमवार व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन विधिवत रूप से भगवान शिव और माता पार्वती पूजा-आराधना की जाती है।
श्रावण माह में बेलपत्र, भांग और धतूरा से पूजा करना और जल चढ़ाना बहुत ही फलदायी और शुभ होता है। इस साल सावन का महीना 14 जुलाई से आरंभ होकर 12 अगस्त तक चलेगा। श्रावण मास सोमवार 18 जुलाई को है।
इस बार चार सोमवार
इस साल सावन का महीना 29 दिनों का रहेगा। इसमें चार सोमवार व्रत पड़ेंगे। पहला सोमवार 18 जुलाई को, सावन का दूसरा सोमवार 25 जुलाई को, तीसरा सावन सोमवार 01 अगस्त को पड़ेगा और अंतिम सावन सोमवार 08 अगस्त को पड़ेगा। इन चार सोमवार में व्रत रखते हुए विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा की जाएगी।
सावन सोमवार व्रत का महत्व
ऐसी मान्यता है कि सावन माह में ही माता पार्वती ने कठोर तप करते हुए भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त किया था। इसलिए इसका विशेष महत्व है। सावन सोमवार का व्रत रखने से सुहागिन महिलाओं का वैवाहिक जीवन सुखी और समृद्ध होता है। पति की लंबी आयु की मनोकामना पूरी होती है। अविवाहित युवतियां भी सावन सोमवार का व्रत रखती है ताकि भविष्य में उन्हें भी भगवान शिव की तरह योग्य वर की प्राप्ति हो सके।
ऐसे करें पूजा
- पानी में दूध व काला तिल डालकर शिवलिंग का अभिषेक करें।
- शिवलिंग के अभिषेक के बाद बेलपत्र, कुशा, धतूरा, नीलकमल, कनेर, चमेली या आक का फूल आदि भगवान शिव को अर्पित करें।
- 21 बिल्वपत्रों पर चंदन से ऊं नम: शिवाय लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं।
- रोज शिवलिंग पर केसर मिला हुआ दूध चढ़ाएं, इससे जल्दी ही आपके विवाह के योग बन सकते हैं।
- सावन में रोज नंदी को हरा चारा खिलाएं, इससे कष्टों का निवारण होगा, जीवन में सुख-समृद्धि आएगी और मन प्रसन्न रहेगा।
- गरीबों को भोजन कराएं, इससे आपके घर में कभी अन्न की कमी नहीं होगी।
- पूजा करते समय मंदिर में कुछ देर बैठकर मन ही मन में ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें।
(नोट: यहां दी गई सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। हम मान्यता और जानकारी की पुष्टि नहीं करते हैं।)
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