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सतपुड़ा भवन में आग का तांडव : घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद पाया काबू, चार फ्लोर जलकर खाक, शॉर्ट सर्किट से उठी थी चिंगारी

भोपाल। राजधानी भोपाल में स्थित सतपुड़ा भवन में सोमवार दोपहर 4 बजे लगी भीषण आग पर मंगलवार सुबह 8 बजे तक काबू पा लिया था, लेकिन 6वें फ्लोर से धुआं उठ रहा था और करीब सुबह 9.25 बजे फिर आग जल उठी। इससे पहले भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह ने आग पर पूरी तरह काबू पाने की जानकारी दी थी।इस भयंकर आग पर करीब 20 घंटे बाद काबू पाया जा सका।

वहीं, आगजनी की इस घटना के कारण विपक्ष सरकार पर लगातार हमलावर है। वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर गठित अफसरों की टीम सतपुड़ा भवन में जांच के लिए पहुंच गई। सतपुड़ा भवन में संचालित होने वाले सरकारी दफ्तरों की आज छुट्टी घोषित कर दी गई है। मध्यप्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किया है।

आग पूरी तरह से कंट्रोल में : भोपाल कलेक्टर

करीब 16 घंटे बाद आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है। भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह का कहना है कि आग पूरी तरह से कंट्रोल में है। ज्वलनशील सामग्री ज्यादा होने की वजह से आग भड़की थी। इसके कारणों का बाद में खुलासा किया जाएगा। हमारी प्राथमिकता थी कि कोई जनहानि न हो और आसपास के इलाकों में आग न फैले। सीएम ने भी पूरे समय इस घटना की मॉनिटरिंग की। केंद्र सरकार से आर्मी की भी मदद ली गई। आर्मी, सीआईएसफ, भेल, एयरपोर्ट अथॉरिटी के प्रयासों से आग बुझा दी गई है। सरकार ने एयरफोर्स से भी मदद मांगी थी, लेकिन नहीं मिल सकी।

अग्निकांड की जांच कमेटी करेगी : राजौरा

अपर मुख्य सचिव गृह विभाग के डॉ. राजेश राजौरा ने जानकारी देते हुए बातया कि दिल्ली से भोपाल एयरपोर्ट पहुंचते ही सतपुड़ा भवन आकर आग पर कापू पाने की स्थिति का प्रारंभिक जायज़ा लिया। सभी मंजिलों पर आग पर काबू पा लिया गया है। लेकिन, छठी मंजिल पर अभी भी धुआं निकल रहा है जिस पर पूर्णतः कापू में करने के बाद शासन द्वारा गठित जांच समिति सतपुड़ा भवन में स्थित वन विभाग के कॉन्फ्रेंस हॉल में स्थापित होकर आज 1 बजे से जांच का कार्य प्रारम्भ करेगी।

सीएम ने बुलाई रिव्यू बैठक

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह 10 सतपुड़ा बिल्डिंग में आग की घटना को लेकर रिव्यू बैठक बुलाई है। इस बैठक में मुख्य सचिव, डीजीपी सहित मंत्री नरोत्तम मिश्रा, प्रभुराम चौधरी, विश्वास सारंग और अधिकारियों में राजेश राजौरा, मो. सुलेमान, नीरज मंडलोई सहित अन्य सबंधित अधिकारी शामिल होंगे ये बैठक मुख्यमंत्री निवास कार्यालय समत्व में आयोजित होगी।

रुक-रुककर उठ रही थीं आग की लपटें

जानकारी के अनुसार, सतपुड़ा भवन की तीसरी मंजिल पर सोमवार शाम करीब 4:00 बजे एसी में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। तेज हवा की वजह से आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही देर में छठी मंजिल तक पहुंच गई। वहीं देर रात 1:00 बजे कलेक्टर आशीष सिंह ने आग को 90 प्रतिशत तक बुझाने का दावा किया, लेकिन रात 1:30 बजे पांचवीं मंजिल पर फिर आग भड़क गई। आग की लपटें रुक-रुककर उठ रही थीं। सतपुड़ा भवन की चौथी, पांचवीं और छठवीं मंजिल पर लगी आग को बुझाने लगातार पानी डाले जाने के बाद भी धुएं का गुबार उठता रहा। दमकल के करीब 50 वाहन, पानी के करीब 300 टैंकर थे। 16 घंटे बाद इस आग पर काबू पाया जा सका।

मंत्रियों ने मौके पर पहुंचकर लिया जायजा

आशंका जताई जा रही है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी और एसी के कंप्रेसर में ब्लास्ट होने से फैलती गई। पूरे ऑफिस में 30 से ज्यादा एसी कंप्रेसर में ब्लास्ट हुए हैं। मुख्यमंत्री ने आग लगने के कारणों की जांच के लिए 4 सदस्यीय कमेटी बनाई है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया।

मप्र में व्याप्त भ्रष्टाचार की लपटें : अरुण सुभाष यादव

कांग्रेस ने सतपुड़ा भवन में लगी आग के पीछे साजिश की आशंका जताई है। पूर्व मंत्री अरुण सुभाष यादव ने ट्वीट कर कहा- यह मध्य प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार की लपटें है जो 5 घण्टे के बाद भी उठ रही है, आदिम जाति विभाग, स्वास्थ्य विभाग, लोकनिर्माण विभाग, पिछड़ा वर्ग विभाग, EOW, लोकायुक्त जैसे महत्वपूर्ण विभागों के भ्रष्टाचार की फाइलें जलकर नहीं जलाकर खाक कर दी है।

करोड़ों की योजनाओं संबंधी फाइलें खाक

जानकारी के अनुसार, तीसरे फ्लोर पर आदिम जाति कल्याण विभाग का ऑफिस है। आग की लपटें सबसे पहले सहायक आयुक्त वीरेंद्र सिंह के कक्ष से उठीं, इसके बाद संचालक चैंबर और स्टेनो कक्ष होते हुए नए सभा कक्ष तक पहुंचीं। आग से करोड़ों की योजनाओं संबंधी फाइलें खाक हो गईं। बताया जाता है कि बिल्डिंग में जब आग लगी, तब यहां 1000 से ज्यादा कर्मचारी मौजूद थे। वक्त रहते सभी को बाहर निकाल लिया गया।

आग इतनी भयानक थी कि 20 से 25 फीट ऊंची लपटें उठने के साथ ही दूर से धुआं देखा जा सकता था। आग बुझाने के लिए नगर निगम के अलावा सेना, भेल, पुलिस, विधानसभा, एयरपोर्ट, सीहोर, रायसेन, मंडीदीप, औबेदुल्लागंज से दमकलों और टैंकरों को काम में लगाया गया।

CM ने PM को दी जानकारी, रक्षा मंत्री से मांगी मदद

सीमए शिवराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घटनाक्रम से अवगत कराया। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से आग बुझाने के लिए विमान और हेलिकॉप्टर की मदद मांगी थी। रक्षामंत्री ने इसके लिए वायुसेना को निर्देशित किया। वायुसेना के AN-32 और MI-15 हेलिकॉप्टर आने वाले थे, लेकिन मंगलवार सुबह तक नहीं आए।

जांच करेगी चार सदस्यीय कमेटी

मुख्यमंत्री ने आग की घटना की जांच करने चार सदस्यीय कमेटी बना दी गई है। कमेटी में अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन नीरज मंडलोई, प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी सुखबीर सिंह और एडीजी फायर है। कमेटी द्वारा आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी और रिपोर्ट जल्द ही मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी। सीएम आगजनी की मॉनीटरिंग कर रहे हैं।

आधा दर्जन विभागों के दफ्तर

सतपुड़ा भवन में करीब आठ विभागों के दफ्तर हैं। थर्ड फ्लोर पर अनुसूचित जनजाति क्षेत्रीय विकास योजना का दफ्तर है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग, पिछड़ा वर्ग विभाग, ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त के कार्यालय भी हैं।

इंदौर से 2 एफबी आने की खबर

जानकारी के अनुसार इंदौर से हाइराइज बिल्डिंग में लगी आग से निपटने में सक्षम 2 एफबी को भी बुलाया गया है। इनके पहुंचने की सूचना है।

1,000 क्विंटल से अधिक दस्तावेज जलकर खाक

सतपुड़ा भवन में लगी भीषण आग से करोड़ों का नुकसान होने की आशंक जाहिर की गई है। वास्तविक रिपोर्ट जांच के बाद ही सामने आ सकेगी। विभागीय कर्मचारियों का अनुमान है कि 1,000 क्विंटल से अधिक दस्तावेज जलकर खाक हो गए। इसके अलावा 80 से ज्यादा अलमीरा, 150 से अधिक कंप्यूटर, लगभग 60 एसी, 150 से ज्यादा पंखे, 50 से अधिक कूलर और बड़ी मात्रा में टेबल कुर्सी, सोफा व अन्य फर्नीचर खाक हो गया है। बड़ा नुकसान शिकायत शाखा, लेखा, वित्त, प्रशासनिक और विधानसभा प्रश्न शाखा का हुआ है।

एसी ब्लास्ट से तेजी से बढ़ी आग

बिल्डिंग के हर फ्लोर पर एसी लगे हुए हैं, जिनके कंप्रेसर आग से फटने लगे। 30 से ज्यादा एसी के कंप्रेसर्स में ब्लास्ट हुआ। ब्लास्ट के साथ कंप्रेसर में भरा ऑयल बाहर निकला, जिससे आग भड़कती गई।

धमाके की आवाज से फैला धुआं, मची अफरा-तफरी

प्रत्यक्षदर्शी कर्मचारियों का कहना था कि एक धमाके की आवाज आई और कुछ ही समय में पूरे भवन में धुआं फैला गया। दहशत में आए कर्मचारी भागने लगे। कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। आधे घंटे के भीतर सतपुड़ा भवन पूरी तरह खाली करा लिया गया था, जिसकी वजह से कोई जनहानि नहीं हुई।

नहीं था फायर अलार्म सिस्टम

हाल ही में सतपुड़ा भवन में संचालित विभागों में करोड़ों खर्च कर फर्नीचर का काम कराया गया था, कुछ विभागों में काम चल रहा है। जानकारी के अनुसार, इतने बड़े भवन में फायर अलार्म सिस्टम काम नहीं कर रहा था। निगम के अधिकारियों ने बताया कि मैंटेनेंस एजेंसी ने इसका फायर ऑडिट भी नहीं कराया।

शॉर्ट सर्किट से लगी आग!

उप सचिव जनजातीय कार्य दिशा प्रणय नागवंशी ने बताया कि तीसरी मंजिल पर लगी आग पांचवीं मंजिल तक पहुंची। आग का प्रारंभिक कारण शॉर्ट सर्किट होना बताया जा रहा है, जिसकी पुष्टि फायर अमले की जांच के बाद हो सकेगी। आग से प्रभावित स्थान से सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।

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