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आग से चार फ्लोर खाक, आधा दर्जन विभागों के दस्तावेज जले

भोपाल। राजधानी के हाई सिक्योरिटी वाले इलाके वल्लभ भवन के पास सतपुड़ा भवन की तीसरी मंजिल पर सोमवार शाम करीब 4:00 बजे एसी में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। तेज हवा की वजह से आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही देर में छठी मंजिल तक पहुंच गई। लगभग 200 दमकलों ने आग बुझाने का प्रयास किया। देर रात 1:00 बजे कलेक्टर आशीष सिंह ने आग को 90 प्रतिशत तक बुझाने का दावा किया, लेकिन रात 1:30 बजे पांचवीं मंजिल पर फिर आग भड़क गई। समाचार लिखे जाने तक रात 2:30 बजे तक आग बुझाने के प्रयास जारी थे।

जानकारी के अनुसार, तीसरे फ्लोर पर आदिम जाति कल्याण विभाग का ऑफिस है। आग की लपटें सबसे पहले सहायक आयुक्त वीरेंद्र सिंह के कक्ष से उठीं, इसके बाद संचालक चैंबर और स्टेनो कक्ष होते हुए नए सभा कक्ष तक पहुंचीं। आग से करोड़ों की योजनाओं संबंधी फाइलें खाक हो गईं। बताया जाता है कि बिल्डिंग में जब आग लगी, तब यहां 1000 से ज्यादा कर्मचारी मौजूद थे। वक्त रहते सभी को बाहर निकाल लिया गया। आग इतनी भयानक थी कि 20 से 25 फीट ऊंची लपटें उठने के साथ ही दूर से धुआं देखा जा सकता था। आग बुझाने के लिए नगर निगम के अलावा सेना, भेल, पुलिस, विधानसभा, एयरपोर्ट, सीहोर, रायसेन, मंडीदीप, औबेदुल्लागंज से दमकलों और टैंकरों को काम में लगाया गया।

मुख्यमंत्री ने पीएम को दी जानकारी गृह और रक्षा मंत्री से मांगी मदद

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घटनाक्रम से अवगत कराया है। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से आग बुझाने के लिए विमान और हेलीकॉप्टर की मदद मांगी है। रक्षामंत्री ने इसके लिए वायुसेना को निर्देशित किया है। वायुसेना के एएन-32 और एमआई-15 हेलिकॉप्टर को भेजे जाने की खबर है।

जांच करेगी चार सदस्यीय कमेटी

मुख्यमंत्री ने आग की घटना की जांच करने चार सदस्यीय कमेटी बना दी गई है। कमेटी में अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन नीरज मंडलोई, प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी सुखबीर सिंह और एडीजी फायर है। कमेटी द्वारा आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी और रिपोर्ट जल्द ही मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी। सीएम आगजनी की मॉनीटरिंग कर रहे हैं।

आधा दर्जन विभागों के दफ्तर

सतपुड़ा भवन में करीब आठ विभागों के दफ्तर हैं। थर्ड फ्लोर पर अनुसूचित जनजाति क्षेत्रीय विकास योजना का दफ्तर है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग, पिछड़ा वर्ग विभाग, ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त के कार्यालय भी हैं।

इंदौर से 2 एफबी आने की खबर

जानकारी के अनुसार इंदौर से हाइराइज बिल्डिंग में लगी आग से निपटने में सक्षम 2 एफबी को भी बुलाया गया है। इनके पहुंचने की सूचना है।

1,000 क्विंटल से अधिक दस्तावेज जलकर खाक

सतपुड़ा भवन में लगी भीषण आग से करोड़ों का नुकसान होने की आशंक जाहिर की गई है। वास्तविक रिपोर्ट जांच के बाद ही सामने आ सकेगी। विभागीय कर्मचारियों का अनुमान है कि 1,000 क्विंटल से अधिक दस्तावेज जलकर खाक हो गए। इसके अलावा 80 से ज्यादा अलमीरा, 150 से अधिक कंप्यूटर, लगभग 60 एसी, 150 से ज्यादा पंखे, 50 से अधिक कूलर और बड़ी मात्रा में टेबल कुर्सी, सोफा व अन्य फर्नीचर खाक हो गया है। बड़ा नुकसान शिकायत शाखा, लेखा, वित्त, प्रशासनिक और विधानसभा प्रश्न शाखा का हुआ है।

एसी ब्लास्ट से तेजी से बढ़ी आग

बिल्डिंग के हर फ्लोर पर एसी लगे हुए हैं, जिनके कंप्रेसर आग से फटने लगे। 30 से ज्यादा एसी के कंप्रेसर्स में ब्लास्ट हुआ। ब्लास्ट के साथ कंप्रेसर में भरा ऑयल बाहर निकला, जिससे आग भड़कती गई।

धमाके की आवाज से फैला धुआं, मची अफरा-तफरी

प्रत्यक्षदर्शी कर्मचारियों का कहना था कि एक धमाके की आवाज आई और कुछ ही समय में पूरे भवन में धुआं फैला गया। दहशत में आए कर्मचारी भागने लगे। कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। आधे घंटे के भीतर सतपुड़ा भवन पूरी तरह खाली करा लिया गया था, जिसकी वजह से कोई जनहानि नहीं हुई।

नहीं था फायर अलार्म सिस्टम

हाल ही में सतपुड़ा भवन में संचालित विभागों में करोड़ों खर्च कर फर्नीचर का काम कराया गया था, कुछ विभागों में काम चल रहा है। जानकारी के अनुसार, इतने बड़े भवन में फायर अलार्म सिस्टम काम नहीं कर रहा था। निगम के अधिकारियों ने बताया कि मैंटेनेंस एजेंसी ने इसका फायर ऑडिट भी नहीं कराया।

शार्ट सर्किट से लगी आग!

उप सचिव जनजातीय कार्य दिशा प्रणय नागवंशी ने बताया कि तीसरी मंजिल पर लगी आग पांचवीं मंजिल तक पहुंची। आग का प्रारंभिक कारण शॉर्ट सर्किट होना बताया जा रहा है, जिसकी पुष्टि फायर अमले की जांच के बाद हो सकेगी। आग से प्रभावित स्थान से सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।

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