
इंदौर। शहर आत्महत्याओं के मामलों में लगातार इजाफा होता जा रहा है। इसी कड़ी में वर्क फ्रॉम होम करने वाले एक सिविल इंजीनियर ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उसने खुद को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।
अपने कमरे में लगा ली फांसी
इंदौर के एमआईजी थाना क्षेत्र के नेहरू नगर में रहने वाले अमित (25) पुत्र सुरेश राठौर ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वहीं मृतक के परिजनों का कहना है कि अमित सिविल इंजीनियर था और एक निजी कंपनी में काम करता था, लेकिन कोरोना के दिनों से ही वर्क फ्रॉम होम पर ही नौकरी कर रहा था। वह घर के ऊपर रहता था और उसी कमरे में उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
अमित ने सुसाइड नोट में लिखा…
परिजन उसकी एवं उसके भाई की शादी के लिए लड़की भी तलाश रहे थे। 2 दिन पहले अमिता कजिन ब्रदर की शादी में गया था। वहां तक वह खुश था, उसने एकाएक यह कदम क्यों उठाया? यह साफ नहीं हो पाया। वहीं मृतक ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उसने लिखा कि मैं जा रहा हूं… मैं खुश नहीं था, जितना हो पाया खुद का तकलीफ दे दी अब मैं हिम्मत हार चुका हूं। पापा मम्मी मुझे माफ कर देना… आप दोनों की उम्मीद में ही था। प्लीज मैं हर उस इंसान से माफी मांगता हूं जो मुझे प्यार करता है। मैं सबका गुनाहगार हूं… मम्मी आपका बेटा खरा नहीं था। मुझे माफ कर देना मेरी मौत का जिम्मेदार मैं खुद हूं। नीरज भैया, पवन भैया, अंकित भैया, मेरी आपसे आखिरी इच्छा है सब मेरे मम्मी पापा को खुश रखना, लेकिन मुझे सब माफ कर देना।

मैं अच्छा बेटा नहीं बन पाया…
साथ ही अपनी मां को मृतक ने लिखा- मम्मा आप सबसे अच्छी मां हो पर मैं अच्छा बेटा नहीं बन पाया… सॉरी यह मृतक के आखिरी वह शब्द है, जो उसने अपने सुसाइड नोट में लिखें। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। पूरे मामले में परिजनों के बयान भी पुलिस के द्वारा दिए जा रहे हैं। वहीं मृतक के मोबाइल फोन को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है और बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है।