भोपालमध्य प्रदेश

भोपाल नगर निगम की पहली मीटिंग में हंगामा, कांग्रेसी पार्षदों ने अध्यक्ष को घेरा… जमीन पर बैठे; 21 जोन समितियों का प्रस्ताव पास

भोपाल। महापौर और पार्षदों की शपथ के बाद आज भोपाल नगर निगम परिषद की पहली बैठक हुई। जिसमें कांग्रेसी पार्षदों ने टैक्स के मुद्दे पर ‘शहर सरकार’ को घेरा। इस दौरान हाथों में ‘बड़ा हुआ टैक्स वापस लो’ जैसे स्लोगन लिखे पोस्टर लेकर खड़े हो गए और अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी के सामने पहुंच गए। उन्होंने जमीन पर बैठकर नारेबाजी की। करीब 20 मिनट तक सदन की कार्रवाई रुकी रही। पूरी कार्रवाई के दौरान 3 बार अध्यक्ष को घेरा गया।

उधर, हंगामे के बीच बहुमत के आधार पर 21 जोन समितियों का प्रस्ताव पास कर दिया गया। श्रद्धांजलि और राष्ट्रगान के बीच सभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले एमआईसी बैठक में लिए गए निर्णय को अमल में लाने की बात भी कही गई। इसी के साथ बैठक में प्रॉपर्टी टैक्स में सितंबर तक छूट समेत कई निर्णय लिए गए थे।

बैठक में बीजेपी और कांग्रेसी आए आमने-सामने

हंगामा के बाद दोपहर में कार्रवाई शुरू हुई तो टैक्स के मुद्दे पर कांग्रेसियों ने हंगामा शुरू कर दिया। मेयर के भाषण के पहले नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने जोन समितियों के एजेंडे का विरोध करने लगे। इसके बाद पार्षद मो. सगीर, अजीजउद्दीन, योगेंद्र सिंह गुड्‌डू चौहान समेत सभी पार्षद भी मैदान में उतर पड़े। वे हाथों में पोस्टर लेकर अध्यक्ष की आसंदी के सामने पहुंच गए।

कांग्रेसी पार्षदों का हंगामा होता देख भाजपा पार्षद भी मैदान में उतर पड़े। उन्होंने हंगामे को गलत बताया। एमआईसी मेंबर रविंद्र यति, मनोज राठौर, राजेश हिंगोरानी ने महापौर के भाषण शुरू होने के पहले ही इस तरह से हंगामा करने की परंपरा को गलत बताया। हंगामें के चलते अध्यक्ष सूर्यवंशी अपनी कुर्सी से उठकर चले गए और सदन की कार्रवाई स्थगित हो गई।

सदन की कार्रवाई के दौरान अध्यक्ष की कुर्सी के सामने जमीन पर बैठे कांग्रेसी पार्षद।

धरने पर बैठे कांग्रेसी पार्षद

सदन की कार्रवाई में कांग्रेस ने माइक बंद होने पर आपत्ति जताई। इसके बाद वे फिर से अध्यक्ष की आसंदी के सामने पहुंच गए। वे जोन समितियों के एजेंडे पर अड़े थे। इसी बीच एमआईसी मेंबर यति ने नियम बताना शुरू किया तो दूसरी ओर कांग्रेसी पार्षद अध्यक्ष सूर्यवंशी को टैक्स, लाइसेंस फीस आदि को लेकर अपनी बात कह रहे थे। अध्यक्ष सूर्यवंशी ने पार्षदों को समझाइश दी, लेकिन पार्षदों ने फिर हंगामा शुरू कर दिया। कुछ ही देर बाद वे अध्यक्ष की कुर्सी के सामने धरने पर बैठ गए। कांग्रेसी पार्षद टैक्स वृद्धि वापस लेने पर अड़े थे। ‘तानाशाही नहीं चलेगी’… जैसे नारे भी लगाएं।

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हंगामे के बीच बहुमत के आधार पर 21 जोन समितियों का प्रस्ताव पास कर दिया गया।

जोन समितियों के चुनाव की तारीख की मांग

महापौर मालती राय को हंगामे के बीच मैदान में उतरना पड़ा। उन्होंने जोन समितियों के चुनाव को लेकर चर्चा की। उन्होंने अध्यक्ष से मांग की कि जोन समितियों के चुनाव की तारीख जल्द घोषित करें। साथ ही एमआईसी मीटिंग में लिए गए निर्णय को अमल में लाने की बात भी कहीं। महापौर के भाषण खत्म होने के बाद फिर से हंगामा शुरू हो गया।

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3 साल बाद एक साथ बैठे सभी पार्षद

भोपाल नगर निगम परिषद में 3 साल बाद सभी पार्षद एक साथ बैठे। महापौर मालती राय, निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी बैठक में मौजूद हैं। पूर्व अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान भी बैठक में शामिल हुए। विधानसभा बैठक की तर्ज पर पहली बार भोपाल निगम परिषद की बैठक से पहले सर्वदलीय बैठक सोमवार को हुई। इसमें प्रमुख रूप से जोन समिति के संबंध में चर्चा की गई।

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