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पॉलिटिकल कॉन्फ्लिक्ट के चलते 3 दर्जन से ज्यादा परिवारों में दरार

बीते सालों में भोपाल फैमिली कोर्ट में पहुंचे मामले, पति-पत्नी ही नहीं अन्य परिजनों के रिश्ते भी टूटे

पल्लवी वाघेला-भोपाल। साल 2022 में वेकफील्ड रिसर्च इंस्टीट्यूट ने एक रिसर्च में बताया था कि हर 10 में एक अमेरिकी राजनीतिक क मतभेदों के चलते अपने रिश्ते खत्म कर रहा है। भोपाल फैमिली कोर्ट पहुंचे मामलों को देखें तो वेकफील्ड का यह दावा सही लगता है। यहां जुलाई 2019 से दिसंबर 2024 तक साढ़े पांच साल में करीब तीन दर्जन मामले (काउंसलर से बातचीत में सामने आए केस) ऐसे पहुंचे हैं जहां राजनीतिक मतभेद परिवार में दरार का कारण बना है। 14 मामले ऐसे रहे, जिनमें राजनीतिक मतभेद ने मनभेद को इतना बढ़ाया कि लोगों ने एक दूसरे से रिश्ता तोड़ लिया। इस दौरान ऐसे 22 मामले भोपाल प्राधिकरण के पास भी काउंसलिंग के लिए पहुंचे।

पत्नी के ताली बजाने पर निकाला घर से : गौतम नगर निवासी पत्नी ने घर वापसी के लिए आवेदन दिया है। जून 2024 में इलेक्शन रिजल्ट आने पर पत्नी ने ताली बजाकर खुशी जाहिर की। ससुराल पक्ष एक अन्य पार्टी को सपोर्ट करता है। ऐसे में पत्नी का खुशी जाहिर करना पति को इतना नागवार गुजरा कि पत्नी को घर से बाहर निकाल दिया।

जारी है केस : होशंगाबाद रोड निवासी पिता-पुत्र का केस बीते तीन साल से कोर्ट में है। बेटे के अन्य पार्टी को सोशल मीडिया पर सपोर्ट करने के चलते पिता-पुत्र में बहस हो गई। गुस्से में पिता और बड़े बेटे ने छोटे को धमकी दी कि बात मानें वरना प्रॉपर्टी से बेदखल कर देंगे। बेटे ने पुणे में पोस्टिंग ले ली और प्रॉपर्टी को लेकर केस कर दिया।

जरूरी है कि एक-दूसरे की सोच का सम्मान करें, क्योंकि हर एक का अलग व्यक्तित्व होता है। किसी भी मुद्दे पर बिना उग्रता के स्वस्थ चर्चा रिश्तों को बनाए रख सकती है। -दिव्या दुबे मिश्रा, मनोवैज्ञानिक

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