
जबलपुर। जिला अधिवक्ता संघ ने सोमवार और मंगलवार तक वकीलों की हड़ताल का पूरा समर्थन किया है। वकीलों का कहना है कि उनकी मांग जल्द पूरी होनी चाहिये। 25 प्रकरण तीन माह में निराकृत करने हाईकोर्ट से हुए आदेश से आक्रोशित जिला अधिवक्ता संघ के बैनर तले आज भी वकीलों की हड़ताल जारी है। चूंकि वकील 13 और 14 मार्च को हड़ताल घोषित कर न्यायिक कार्य से विरत हैं इधर बताया जा रहा है कि अधिवक्ता संगठन हड़ताल को आगे बढ़ाने भी निर्णय ले सकते हैं इसके लिए मंथन किया जा रहा है।
आवेदक और अनावेदक हो रहें परेशान
कोर्ट में वकीलों की हड़ताल होने के कारण वहां आने वाले आवेदक और अनावेदक-पक्षकार सभी लोग हलाकान हो रहें है। वहीं वकीलों का कहना है कि प्रतिवाद दिवस मनाने का यह निर्णय पुराने 25 प्रकरण तीन माह में निराकृत करने के आदेश के विरोध में लिया गया है।
जिला बार एसोसिएशन ने दी जानकारी
इस संबंध में जिला बार एसोसिएशन, जबलपुर के अध्यक्ष आरके सिंह सैनी व सचिव राजेश तिवारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शनिवार को जिला बार की कार्यकारिणी सभा की बैठक हुई। जिसमें सर्व सम्मति से हड़ताल का निर्णय लिया गया। वकील व पक्षकार भारी दबाव में उन्होंने बताया कि हाई कोर्ट ने मप्र की सभी अधीनस्थ अदालतों में लंबित पुराने 25 मामले हर हाल में तीन माह के भीतर निराकृत करने की व्यवस्था दी है। इससे वकील व पक्षकार भारी दबाव में आ गए हैं। नियत समय-सीमा के भीतर पुराने मामले निपटाने के चक्कर में पक्षकारों को न्याय मिलने के स्थान पर महज मामलों का निपटारा होने जैसी हालत पैदा हो जाएगी। इससे न्यायपालिका मूलभूत उद्देश्य न्याय दान बाधित होगा। अधिवक्ताओं व पक्षकारों को अति आवश्यक होने पर भी आगामी तिथि दिए जाने की सुविधा से वंचित किया जाएगा। इसे लेकर शिकायतों की भरमार हो गई है।