
इंदौर। 7 महीने पहले इंदौर पुलिस ने एक फर्जी मार्कशीट रैकेट का खुलासा किया था। जिसमें आरोपियों ने 2000 से अधिक फर्जी मार्कशीट बनाकर देश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को बेचकर उनसे 23 लाख रुपए हड़पे थे। पुलिस ने अब एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि इस मामले में पुलिस द्वारा अब तक 32 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
आरोपी के खाते में मिले लाखों रुपए के ट्रांजैक्शन
पुलिस ने सोमवार सुबह इंदौर के रहने वाले राज शर्मा पिता जयप्रकाश शर्मा निवासी भवानी नगर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जब आरोपी के बैंक खाते खंगाले तो उनमें लाखों रुपए के ट्रांजैक्शन मिले। आरोपी ने लगभग चार बैंक खाते खुलवा रखे थे।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) March 4, 2024
ऐसे हुआ था खुलासा
अगस्त माह में विजय नगर पुलिस ने एक अंतरराज्यीय फर्जी मार्कशीट गिरोह के कुछ सदस्यों को पकड़ा था। जिसमें आरोपी दिनेश पिता सेवक राम तिरोले और उसका अन्य साथी मनीष राठौर निवासी उज्जैन को गिरफ्तार किया गया था। दोनों आरोपियों के पास से 8वीं, 10वीं, बीएएमएस, बीएचएमएस, लैब टेक्नीशियन, एम.फार्मा, डी.फार्मा सहित कई अन्य क्लास की मार्कशीट भी बरामद हुई थी।
डिमांड के हिसाब से बनाते थे फर्जी मार्कशीट्स
आरोपियों द्वारा मार्कशीट्स को दिल्ली, बिहार, मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान सहित अन्य प्रांतों में भी बेचा जाता था। फर्जी मार्कशीट बनाकर अब तक आरोपियों ने करोड़ों रुपए की अवैध संपत्ति जुटा रखी थी। आरोपियों ने 5 सालों से यह रैकेट इंदौर में बैठकर अन्य राज्यों में फैला रखा था।
फर्जी मार्कशीट बनाने वाला गिरोह डिमांड के हिसाब से फर्जी मार्कशीट बनाया करता था। जहां पर बी-फार्मा, डी-फार्मा सहित 10वीं-12वीं की सभी मार्कशीट्स को तैयार किया जाता था। यह मार्कशीट वो बेरोजगार व्यक्ति बनवाते थे, जिन्हें निजी फैक्ट्री या कंपनी में नौकरी की तलाश होती थी।
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