
इंदौर में आयोजित तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने समापन किया। सम्मेलन के अंतिम दिन राष्ट्रपति मुर्मू ने विभिन्न क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 27 प्रवासी भारतीयों को सम्मानित किया। मंच पर सूरीनाम और गुयाना के राष्ट्रपति के साथ ही डॉ. एस जयशंकर, केंद्रीय विदेश मंत्री, ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री, एमपी के राज्यपाल मंगुभाई पटेल और सीएम शिवराज सिंह चौहान भी मंच पर मौजूद रहे।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा- भारत का मंत्र है, वसुधैव कुटुम्बकम
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि, भारत का मंत्र वसुधैव कुटुम्बकम है। आज कई चुनौतियां है, जिनसे निपटने के लिए भारत दुनिया के साथ मिलकर काम कर रहा है। प्रवासी भारतीयों ने देश का नाम रौशन किया है।
प्रवासी भारतीयों का सम्मान
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 27 प्रवासी भारतीयों को सम्मानित किया। यह पुरस्कार विदेश में भारत के बारे में बेहतर समन्वय बनाने, भारत की उपलब्धियों का समर्थन करने और भारतीय समुदाय के कल्याण के लिए काम करने वाले प्रवासी भारतीय और उनकी संस्था को दिये जाते हैं।
- डॉ. अमल कुमार मुखोपाध्यायो, आंत्रप्रेन्योर व साइंटिस्ट, जर्मनी
- अशोक कुमार तिवारी, फाउंडर, शयाना फार्म, एलीएलसी, उज्जबेकिस्तान
- डॉ. देवनचंद्रभोस शरमन, डॉक्टर और राजनीतिज्ञ, सूरीनाम
- प्रोफेसर संजीव मेहता, अर्थशास्त्र के प्रोफेसर, भूटान
- डॉ. वैकुंटम अय्यर लक्ष्मणन, शिक्षाविद, वैज्ञानिक और अन्वेषक, कनाडा
- प्रो. जगदीश चेन्नुपति, भौतिकी के प्रोफेसर, ऑस्ट्रेलिया
- डॉ. राजगोपाल, बिजनेस स्कूल में मार्केटिंग के प्रोफेसर, मेक्सिको
- शिवकुमार नदेसन, चेयरमैन, प्रेस इंस्टिट्यूट श्रीलंका, श्रीलंका
- संजयकुमार शिवभाई पटेल, एमडी, जोआईटी सुपर मार्केट श्रृंखला, दक्षिणी सूडान
- डॉ. एलेक्जेंडर मलाइकेल जॉन, विशेषज्ञ डॉक्टर और लेक्चरर, ब्रूनेई
- डॉ. कन्नन अम्बलम, मैनेजमेंट के असिसटेंट प्रोफेसर. इथियोपिया
- राजेश सुब्रमण्यम, प्रेसीडेंट, सीईओ और डायरेक्टर, फेडेक्स कॉर्पोरेशन, अमेरिका
- अमित कैलाश चंद्र लाठ, शारदा ग्रुप ऑफ कंपनीज के सीईओ व एमडी, पोलैंड
- चंद्रकांत बाबूभाई पटेल, लंदन के जाने माने बिजनेसमैन, यूके
- प्रोफेसर दिलीप लौंडो, फिलॉसफी के प्रोफेसर, ब्राजील
- सिद्धार्थ बालचंद्रन, बिजनेसमैन, फाउंडर बुइमर्क ट्रेडिंग कंपनी, यूएई
- डॉ. दर्शनसिंह धालीवाल, भारतीय अमेरिकी बिजनेसमैन,अमेरिका
- परमानंद सुखुमल दासवानी, मानद वाणिज्यदूत, रिपब्लिक ऑफ कांगो
- डॉ. अर्चना शर्मा, सीनियर साइंटिस्ट, जिनेवा सीईआरएन लैब, जिनेवा, स्विट्जरलैंड
- रीना विनोद पुष्करणा, सेलिब्रिटी शेफ और आंत्रप्रेन्योर, इजराइल
- मोहनलाल हीरा, गांधी वाक समिति के अध्यक्ष और संस्थापक सदस्य, दक्षिण अफ्रीका
- मकसूदा सरफी श्योतानी, प्रोफेसर, कोमात्सु यूनिवर्सिटी, जापान
- डॉ. मोहम्मद इरफान अली, गुयाना के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति, गुयाना
- जोगिंदर सिंह निज्जर, अध्यक्ष, क्रोएशियन इंडियन सोसाइटी, क्रोएशिया
- न्यायमूर्ति फ्रेंक आर्थर सीपरसाद, न्यायमूर्ति, सुप्रीम कोर्ट, टीएंडटी, त्रिनिडाड एंड टोबैगो
- पीयूष गुप्ता, सीईओ और डायरेक्टर, डीबीएस ग्रुप, सिंगापुर
- प्रो. रांजी प्रसाद, फ्यूचर टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर, डेनमार्क
सीएम शिवराज का संबोधन
- आप सभी को इंदौर और मामा का प्रणाम से की संबोधन की शुरूआत।
- CM शिवराज सिंह बोले- इंदौर ने ऐसी तैयारी की, जैसे बेटी की शादी करते हैं…
- मोदी की लोकप्रियता इतनी है कि हॉल छोटा पड़ गया, मैं एक बार फिर माफी मांगता हूं।
- जब तुम चले जाआगे तो याद बहुत आओगे, तुम बिन इंदौर सूना-सूना लागेगा।
- कहते हुए मन भारी है, लेकिन विदाई की वेला आ रही है।
- हमने फ्रेंड्स ऑफ एमपी पोर्टल बनाया।
- आज एमपी देश का फूड बॉस्केट है, गेहूं उत्पादन में हमने पंजाब को पीछे छोड़ दिया।
- हम कोई भी कार्यक्रम करते हैं तो बेटियों की पूजा करते हैं।
- विश्व का कल्याण तब होगा, जब पर्यावरण बचा रहेगा, इसलिए हमने आपसे पेड़ लगवाया।
- भारत का मंत्र है, धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, विश्व का कल्याण हो।
- तीन दिन आनंद, उत्सव और उमंग के रहे, 3 दिन कैसे कटे पता ही नहीं चला।
- मेरा मन भावविभोर है, प्रसन्नता से भरा है, लेकिन उदासी भी भरी है।
- ये दुर्लभ संयोग है, मंच पर तीन राष्ट्र के राष्ट्रपति उपस्थित हैं।
- CM शिवराज बोले- इंदौर जन भागीदारी और जन सहभागिता की भी राजधानी
ज्योतिरादित्य सिंधिया का संबोधन
- प्रवासी भारतीयों को दिया मंत्रमेरा एक ही मंत्र है, LER मतलब लर्न, अर्न और टू रिटर्न
- पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है।
- भारत के बिना विश्व आगे नहीं बढ़ सकता, यह विचार पूरी दुनिया में स्थापित हो गया है।
- मैं कहता हूं कि भारतीय सिर्फ 135 करोड़ नहीं है, बल्कि 138 करोड़ है। जिनमें तीन करोड़ प्रवासी भारतीय हैं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल में प्रवासी भारतीय रहते हैं।
- हमारे प्रवासी भारतीयों ने देश का नाम दुनिया में रोशन किया।
- रूस और यूक्रेन युद्ध के दौरान भारतीयों को सुरक्षित लाने का काम किया।
- कोविड में पीएम मोदी ने सभी देशों के प्रमुखों को फोन कर भारतीयों का ध्यान रखने को कहा।
- पूर्व सीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन की शुरुआत की थी।
- भारत का कोई भी सपूत कहीं भी रहे वो भारत से जुदा नहीं हो सकता।
- किसी भी व्यक्ति की पहचान उनकी माटी और उसके देश से होती है।
- 21 साल बाद हो रहा आयोजन तारीख तक सीमित नहीं है। यह प्रवासी भारतीयों को सशक्त करने की कोशिश है।
- मां अहिल्या की नगरी धर्म, इतिहास, आध्यात्म और आधुनकिता के संगम की नगरी में आप सबका स्वागत है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का संबोधन
- महिला प्रवासियों के लिए हुए सेशन में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा- भारत ग्लोबल ग्रोथ का सबसे पावरफुल इंजन है। इस साल भी हमारी इकोनॉमी सबसे तेजी से बढ़ेगी।
- भारत वसुधैव कुटुम्बकम की थीम पर आगे बढ़ रहा है। रागी, चावल, बाजरे से हम स्वस्थ भारत का निर्माण कर रहे हैं।
- देश के प्रत्येक क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है। 1991 के दौरान भारत में ग्लोबलाइजेशन का दौर आया। यहां सभी वस्तुओं के लिए दरवाजे खुल चुके हैं। समय-समय पर नीतियां बदली गईं।
- देश में मैन्यूफैक्चरिंग की दिशा में काम किया जा रहा है। अगले 25 साल को ध्यान में रखकर केंद्र सरकार काम करने में लगी है, ताकि भारत भी एक ब्रांड बनकर उभर कर विश्व के सामने आए।
- वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि भारत काफी भिन्नताओं वाला देश है। हर एक राज्य की अपनी कुछ खास बात है, जो उसे पूरे देश और विदेश में पहचान दिलाती है।
- इसे ध्यान में रखते हुए सरकार अब वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (एक जिला एक उत्पाद) योजना पर काम कर रही है। इसमें प्रवासी भारतीय भी मदद कर सकते हैं। इन उत्पादों की विदेशों में बिक्री बढ़ाकर भारत की अर्थव्यवस्था में सहयोग कर सकते है।
- कोरोना से लड़ने के लिए कई देशों की मदद के लिए भारत आगे आया। संक्रमण रोकने के लिए भारत ने करीब 19 देशों में 69 प्रतिशत वैक्सीन उपलब्ध करवाई।
- भारत में चिकित्सा सेवाएं बेहतर हो रही हैं, काफी कम कीमतों में उपचार होने लगा है। बीते कुछ सालों में दो मिलियन लोगों ने भारत आकर अपना इलाज करवाया है।
- भारत में 78 देशों के लोगों ने उपचार करवाया है। अब मेडिकल टूरिज्म भी यहां बढ़ने लगा है। भारत में चिकित्सा और दवाइयों के क्षेत्र में विकास हुआ है।
- केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा- भारत एक ब्रांड बनकर विश्व के सामने आ रहा है, दुनिया का ज्ञान केंद्र बन रहा है।

केंद्रीय मंत्री बोले- फिर विश्व गुरु बनेंगे पर सैन्य शक्ति से नहीं
- सम्मेलन के पहले सत्र में केंद्रीय शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट और इंटरप्रिन्योर मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अध्यक्षता में “भारतीय कार्य-बल की वैश्विक गतिशीलता को सक्षम बनाना- भारतीय डायस्पोरा की भूमिका” विषय पर चर्चा हुई।
- केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र ने सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि, चौथी सदी में ही उज्जैन के राजा विक्रमादित्य ने ग्रहों की गणना कर दी थी। वाराहमिहिर, ब्रह्मगुप्त, भास्कराचार्य जैसे विद्वानों ने ग्लोबल मैप की परिकल्पना कर ली थी।
- ये हम सब मानते हैं, भारत विश्वगुरु था। हम अब जब भी विश्वगुरु बनने की बात करते हैं तो हमारी बातों में सैन्य ताकत की बात कहीं नहीं होती। हम इसमें इंटलेक्चुअल ताकत की बात करते हैं।
- प्रधानमंत्री ने नई एजुकेशन पॉलिसी लागू की है। इससे भारत ग्लोबल मैनपॉवर बनाने वाला देश बनेगा।
हम आज पीपीई किट के एक्सपोर्टर
- भारतीय उत्पादों और मैनपॉवर की क्वालिटी की बात करते हुए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र ने कहा, कोरोना के समय हम पीपीई किट नहीं बनाते थे आज हम इसके एक्सपोर्टर बन गए।
- हमें गेहूं खरीदना पड़ता था, पर अब हम एक्सपोर्ट करते हैं।
- कोरोना के समय 140 में से 40 देशों को मुफ्त में दवा सप्लाय की, ये भारत की ताकत है।
सीएम ने प्रवासी भारतीयों के साथ किया पौधारोपण
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रवासी भारतीय दिवस के सम्मेलन में इंदौर आए प्रवासी भारतीयों के साथ मंगलवार को नमो ग्लोबल गार्डन में पौधारोपण किया।
PM मोदी ने इंदौर को बताया स्वाद की राजधानी
इंदौर में 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दूसरे दिन पीएम मोदी ने इंदौर को स्वाद की राजधानी बताया। उन्होंने कहा कि, लोग कहते हैं कि इंदौर एक शहर है, लेकिन मैं कहता हूं कि इंदौर एक दौर है, जो समय से आगे चलता है, फिर भी विरासत को समेटे रहता है। इंदौर पूरी दुनिया में लाजवाब है। प्रवासियों से मोदी ने कहा- आप कहीं भी रहेंगे, भारत आपके साथ रहेगा।
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