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हर चीज को बर्दाश्त नहीं कर सकते, हरियाणा के खेल मंत्री पर आरोप लगाने वाली एथलेटिक्स कोच ने कही ये बात

चंडीगढ़। यौन उत्पीड़न के मामले में आरोपी हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह ने रविवार को खेल विभाग छोड़ दिया। उन्होंने यह विभाग मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को सौंप दिया है। हरियाणा की एक जूनियर महिला एथलेटिक्स कोच ने संदीप सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसके बाद चंडीगढ़ पुलिस ने भाजपा विधायक संदीप सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह (36) पर महिला को बंधक बनाने और धमकी देने का भी आरोप है।

गृह मंत्री विज से की मुलाकात

हरियाणा की इस महिला कोच ने राज्य के गृह मंत्री अनिल विज से मुलाकात की थी। विज ने उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया था। पूर्व ओलिंपियन और कुरुक्षेत्र के पिहोवा से पहली बार विधायक बने संदीप सिंह के पास प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग भी है। अभी वह बिना किसी विभाग के मंत्री बने रहेंगे। संदीप ने कहा- मुझ पर लगाए गए आरोप निराधार हैं।

एक बार दोषी सलाखों के पीछे डालना जरूरी

मंत्री पर आरोप लगाने वाली महिला कोच ने कहा- मुझे इस मामले में न्याय मिलने की उम्मीद है। महिला कोच ने कहा- आप कितनी देर तक किसी चीज को बर्दाश्त कर सकते हैं। हर चीज की एक सीमा होती है। उन्होंने (मंत्री) ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की कि मुझे खेल विभाग का कर्मचारी होने के नाते विभाग के काम के लिए उनके पास जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। क्या खेल विभाग में अन्य महिला अधिकारियों को भी इसी तरह के व्यवहार का सामना करना पड़ सकता है, इस सवाल पर पीड़ित ने कहा- मुझे ऐसा कहा जा रहा है, लेकिन यह लड़ाई मेरी है। ऐसी कई महिलाएं हैं, लेकिन शायद वे आगे आने से डरती हैं। लेकिन, मुझे यकीन है कि एक बार इस आदमी को सलाखों के पीछे डाल दिया जाएगा तो वे सामने आएंगी।

एक साल में महिला आयोग पहुंचीं 31 हजार शिकायतें

राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) को 2022 में महिलाओं के खिलाफ हुए अपराधों की लगभग 31,000 शिकायतें मिलीं। यह 2014 के बाद सबसे ज्यादा हैं। 2021 में NCW को 30,864 शिकायतें मिली थीं। 2022 में यह आंकड़ा थोड़ा बढ़ा है। 2022 में इनकी संख्या 30,957 पर पहुंच गई। राष्ट्रीय महिला आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, कुल 30,957 शिकायतों में से अधिकतम 9,710 गरिमा के साथ जीने के अधिकार से संबंधित थीं। दूसरे नंबर पर घरेलू हिंसा से संबंधित 6,970 और दहेज उत्पीड़न से संबंधित 4,600 शिकायतें NCW को मिलीं। आंकड़ों के मुताबिक, लगभग 54.5 प्रतिशत (16,872) शिकायतें सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश से प्राप्त हुईं। दिल्ली से 3,004 शिकायतें जबकि महाराष्ट्र से 1,381, बिहार से 1,368 और हरियाणा से 1,362 शिकायतें मिलीं। आंकड़ों के मुताबिक, गरिमा के साथ जीने के अधिकार और घरेलू हिंसा से जुड़ी सबसे ज्यादा शिकायतें उत्तर प्रदेश से मिलीं।

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