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PM Modi Gujarat Visit : नवसारी में पीएम मोदी बोले- विकास योजनाओं से आदिवासी क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ‘गुजरात गौरव अभियान’ के तहत नवसारी में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने गुजरात के लोगों को 3054 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी है। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज गुजरात गौरव अभियान में मुझे एक बात का विशेष गौरव हो रहा है कि मैंने इतने साल मुख्यमंत्री के रूप में काम किया, लेकिन कभी भी आदिवासी क्षेत्र में इतना बड़ा कार्यक्रम नहीं हुआ था।

आदिवासी क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात का गौरव बीते 2 दशकों में विकास तेज हुआ है, सबका विकास है और इस विकास से नई आकांक्षा पैदा हुई है। इसी गौरवशाली परंपरा को डबल इंजन की सरकार ईमानदारी से आगे बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और हर प्रकार की कनेक्टिविटी के ये प्रोजेक्ट, वो भी विशेष रूप से हमारे आदिवासी क्षेत्रों में हो। तब तो ये सुविधाएं रोजगार के अवसरों से जोड़ेंगी।

पीएम मोदी की बड़ी बातें

  • पीएम मोदी ने कहा कि आज मुझे गौरव इस बात का हो रहा है कि गुजरात छोड़ने के बाद जिन जिन लोगों ने गुजरात को संभालने का दायित्व निभाया और आज भूपेंद्र भाई और सी.आर पाटिल की जोड़ी जिस उमंग और उत्साह के साथ नया विश्वास जगा रही है, उसी का परिणाम है कि आज मेरे सामने 5 लाख लोगों का विशाल जनसमूह है।
  • 8 साल पहले आपने अनेक-अनेक आशीर्वाद देकर, बहुत सारी उम्मीदों के साथ मुझे राष्ट्र सेवा की अपनी भूमिका को विस्तार देने के लिए दिल्ली भेजा था। बीते 8 सालों में हमने विकास के सपने और आकांक्षाओं से करोड़ों नए लोगों, अनेकों नए क्षेत्रों को जोड़ने में सफलता प्राप्त की है।
  • आजादी के इस लंबे कालखंड तक जिन्होंने सबसे अधिक सरकार चलाई, उन्होंने विकास को अपनी प्राथमिकता नहीं बनाया। जिन क्षेत्र, जिन वर्गों को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी वहां उन्होंने विकास किया ही नहीं, क्योंकि ये काम करने में मेहनत ज्यादा लगती है।
  • बीते 8 वर्षों में सबका साथ, सबका विकास के मंत्र पर चलते हुए हमारी सरकार ने गरीब को मूलभूत सुविधाएं देने पर, गरीब के कल्याण पर सबसे ज्यादा जोर दिया है। गुजरात की डबल इंजन की सरकार शत-प्रतिशत सशक्तिकरण के अभियान में पूरी ताकत से जुटी है।

  • आज मुझे 3,000 करोड़ रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास करने का अवसर मिला। ये सारे प्रोजेक्ट सूरत, तापी, नवसारी, वलसाड सहित दक्षिण गुजरात के करोड़ों साथियों का जीवन आसान बनाएंगे।
  • आज नवसारी की धरती से दक्षिण गुजरात के लोगों के ईज ऑफ लिविंग से जुड़ी अनेक योजनाएं शुरू हुई हैं। स्वास्थ्य से जुड़े आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में भी आज यहां के भाइयों बहनों नई सुविधाएं मिली हैं।
  • थोड़ी देर पहले यहां नजदीक ही मेडिकल कॉलेज का भूमि-पूजन हुआ है, अब यहां आधुनिक हेल्थकेयर कॉम्प्लेक्स और मल्टी स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल का लोकार्पण करने का मुझे अवसर मिला है।
  • 3 साल पहले यहां कैंसर अस्पताल का शिलान्यास करने का अवसर भी मुझे मिला था। मैं श्री ए.एम नायक जी, निराली ट्रस्ट और उनके परिवार को हृदय से साधुवाद देता हूं। ये प्रकल्प उस मासूम निराली के लिए एक भावुक श्रद्धांजलि है, जिसे हमनें असमय खो दिया था।
  • बीते 8 साल के दौरान देश के हेल्थ सेक्टर को बेहतर बनाने के लिए हमने एक हॉलिस्टिक अप्रोच पर बल दिया है। हमने इलाज की सुविधाओं को आधुनिक बनाने का प्रयास तो किया है, बेहतर पोषण, स्वच्छ जीवन शैली, निवारक स्वास्थ्य के साथ जुड़े हुए व्यवहार विषयों पर भी जोर दिया है।
  • कोशिश यही है कि गरीब और मध्यम वर्ग को बीमारी से बचाया जा सके और इलाज पर होने वाला खर्च कम से कम हो। विशेष रूप से बच्चों और माताओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जो प्रयास हुए है, उनके स्पष्ट परिणाम हम देख पा रहे हैं।
  • बीते 20 सालों में गुजरात के हेल्थ सेक्टर ने कई नए मुकाम हासिल किए हैं। इन 20 वर्षों में गुजरात में शहरों से लेकर ग्रामीण इलाकों तक, हेल्थ इनफ्रास्ट्रक्चर के लिए अभूतपूर्व काम हुआ है, हर स्तर पर काम हुआ है। ग्रामीण इलाकों में हजारों हेल्थ सेंटर्स बनाए गए।
  • शहरी इलाकों में करीब 600 दीनदयाल औषधालय भी बनकर तैयार हुए। गुजरात में आज सरकारी अस्पतालों में कैंसर जैसी बीमारियों के एडवांस ट्रीटमेंट की सुविधा है।
  • अहमदाबाद में किडनी इंस्टीट्यूट को और अधिक आधुनिक बनाया जा रहा है और इसका विस्तार किया जा रहा है। जल्द इसकी बेड संख्या डबल हो जाएगी। आज गुजरात में अनेकों डायलिसिस केंद्र हजारों मरीजों को उनके घर के पास ही डायलिसिस की सुविधा दे रहे हैं।
  • गुजरात में अपने सेवाकाल के दौरान हमारी सरकार ने बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। चिरंजीवी योजना के तहत पब्लिक-प्राइवेट भागीदारी सुनिश्चित करके, संस्थागत डिलिवरी को हमने एक व्यापक विस्तार दिया।
  • बीते सालों में गुजरात में डॉक्टर और पैरामेडिक्स की पढ़ाई और ट्रेनिंग की सुविधाएं भी बहुत अधिक बढ़ी हैं। राजकोट में एम्स जैसा बड़ा संस्थान बन रहा है। मेडिकल कॉलेजों की संख्या आज 30 से अधिक हो चुकी है।
  • पहले राज्य में MBBS की केवल 1100 सीटें थी, आज ये बढ़कर करीब 6 हजार हो चुकी हैं। पोस्ट ग्रैजुएट सीटें भी 800 से बढ़कर 2000 से ज्यादा हो चुकी हैं।
  • चाहे स्वास्थ्य हो, शिक्षा हो या इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले हो, हम भारत को आधुनिक बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास कर रहे हैं। उसमें सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के साथ एक महत्वपूर्ण पहलू है सबका प्रयास।
  • जनभागीदारी जितना ज्यादा बढ़ती है, उतनी देश का सामर्थ्य बढ़ाने की गति तेज हो जाती है, परिणाम जल्दी मिलते हैं और जो चाहते हैं उससे भी अच्छे परिणाम मिलते हैं।

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