बॉलीवुडमनोरंजन

Runway 34: पायलट फेडरेशन ने ‘रनवे 34’ के सच्ची घटनाओं पर आधारित होने के दावों को किया खारिज

29 अप्रैल को थिएटर्स में रिलीज हुई रनवे 34 ने दर्शकों का दिल जीत लिया है। अजय देवगन के निर्देशन में बनी इस फिल्म को काफी अच्छी रिव्यूज मिल रहे हैं। फिल्‍म में यह दावा किया गया है कि यह असल घटनाओं पर आधारित है। लेकिन, फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स का कहना है कि फिल्‍म पूरी तरह से काल्‍पनिक कहानी पर आधारित है।

एफआईपी सचिव ने कही ये बात

पायलट फेडरेशन के सेक्रेटरी कैप्‍टन सीएस रंधावा ने एक बयान जारी कर ‘रनवे 34’ की निंदा की है। उन्होंने कहा, ‘फिल्‍म में पायलट्स के प्रोफेशन को जिस तरह से दिखाया गया है, वह सच्‍चाई से कोसों दूर है। जिस तरह से फिल्‍म में दिखाया है, वह विमान में सफर करने वाले यात्रियों के मन में कई तरह के भ्रामक संदेह पैदा कर सकता है।’

“हम सभी मनोरंजन का आनंद लेते हैं और एक फिल्म निर्देशक के कलात्मक लाइसेंस की सराहना करते हैं, लेकिन किसी रोमांचक कहानी को एयरलाइन पायलटों की रियल स्टोरी पर बेस्ड नहीं कहा जा सकता। हर दिन हजारों विमान जिम्मेदारी और सुरक्षित रूप से उड़ानें भरते हैं।

क्या है रनवे 34 की कहानी

रनवे 34 की कहानी साल 2015 की एक घटना से प्रेरित है, जब खराब मौसम की वजह से कम दृश्यता के कारण हवाई अड्डे पर प्लेन को लैंड कराने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। फिल्म में अजय देवगन कैप्टन विक्रांत के किरदार में हैं और रकुल प्रीत सिंह उनकी को-पायलट तान्या की भूमिका में हैं। अमिताभ बच्चन ने फिल्म में एक जांच अधिकारी नारायण वेदांत की भूमिका अदा की है।

बॉलीवुड की कुछ एविएशन बेस्ड फिल्में

‘बेल बॉटम’ को रंजीत एम तिवारी ने डायरेक्ट किया। इसमें अक्षय कुमार, लारा दत्ता, वाणी कपूर मुख्य भुमिका में थे। फिल्म 1980 के दशक में जब दिल्ली से इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट ICC 691 को 4 आतंकवादियों ने किडनैप कर लिया था, उसपर आधारित है।

मोहित चड्ढा स्टारर थ्रिलर ड्रामा ‘फ़्लाइट’ एक करोड़पति रणवीर सिंह की कहानी है, जो एक एविएशन कंपनी का मालिक है, जिसका एक विमान सस्ते और कम गुणवत्ता वाले एविएशन पार्ट होने की वजह दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है।

‘गुंजन सक्सेनाः द कारगिल गर्ल’ की कहानी पहली महिला एयरफोर्स पायलट के बारे हैं। जो भारतीय युद्ध में लड़ाकू विमान संभालने और भारत की जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाती है।

‘एयरलिफ्ट’, कुवैत के एक बिजनेसमैन के बारे में है। जिसने इराक शासक सद्दाम हुसैन के कुवैत पर हमले के दौरान वहां फंसे भारतीय को सुरक्षित भारत वापसी लाने का काम किया।

‘नीरजा’ एक फ्लाइट अटेंडेंट नीरजा भनोट की कहानी पर आधारित है। नीरजा ने साल 1986 के सितंबर में किडनैप हुए पैनएएम फ्लाइट में सवार 359 यात्रियों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दिया था।

ये भी पढ़ें- अस्पताल के बेड पर बेहोशी की हालत में दिखे Mithun Chakraborty, बेटे ने दिया हेल्थ अपडेट 

संबंधित खबरें...

Back to top button