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रुपया अपने अब तक के सबसे निचले स्तर पर, डॉलर के मुकाबले रुपया 51 पैसे कमजोर होकर 80.47 पर पहुंचा

रुपया अपने अब तक के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया है। शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 51 पैसे गिरकर अब तक के सबसे निचले स्तर 80.47 रुपए पर खुला है। इससे पहले बुधवार को रुपया 79.98 के स्तर पर क्लोज हुआ था। वहीं दूसरी ओर, डॉलर में पिछले 20 वर्षों में सबसे बड़ा उछाल आया है।

डॉलर इंडेक्स दो दशकों के सबसे उचले स्तर पर

अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने बुधवार को लगातार तीसरी बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। डॉलर इंडेक्स अपने दो दशक के उच्च स्तर 111 के पार पहुंच गया है। गौरतलब है कि 21 सितंबर को अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी की। ब्याज दरें बढ़ाकर 3-3.25% की गई हैं।

 

2023 तक ब्याज दरों के 4.6 फीसदी तक जाने का अनुमान है। इसका असर भारत सहित पूरी दुनिया पर पड़ने की आशंका है। डॉलर इंडेक्स 20 साल के उच्च स्तर 111.72 के स्तर पर पहुंच गया है।

कैसे तय होती है करेंसी की कीमत?

डॉलर की तुलना में किसी भी अन्य करेंसी की वैल्यू घटे तो इसे उस करेंसी का गिरना, टूटना, कमजोर होना कहते हैं। हर देश के पास विदेशी मुद्रा का भंडार होता है, जिससे वह अंतर्राष्ट्रीय लेन-देन करता है। इसके घटने और बढ़ने से उस देश की मुद्रा की चाल तय होती है। फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में अधिकांश मुद्राओं की तुलना डॉलर से होती है। इसके पीछे द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुआ ‘ब्रेटन वुड्स एग्रीमेंट’ है।

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