ताजा खबरराष्ट्रीय

Haryana Assembly Election : भाजपा में बगावत, मंत्री रणजीत चौटाला और विधायक लक्ष्मण दास ने दिया इस्तीफा, जानें वजह

चंडीगढ़। हरियाणा में 5 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी किए जाने के एक दिन बाद गुरुवार को पार्टी को बगावत का सामना करना पड़ा और टिकट नहीं मिलने पर मंत्री रणजीत सिंह चौटाला और विधायक लक्ष्मण दास नापा ने पार्टी छोड़ दी।

निर्दलीय चुनाव लड़ूंगा – रणजीत चौटाला

पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के बेटे और ऊर्जा एवं जेल मंत्री रणजीत चौटाला (79) ने पार्टी द्वारा सिरसा जिले के रानिया विधानसभा क्षेत्र से उनकी उम्मीदवारी को नजरअंदाज़ किए जाने के बाद अपने समर्थकों की एक बैठक बुलाई। चौटाला से जब उनके इस कदम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा- मैंने अपने समर्थकों से सलाह-मशविरा करने के बाद यह फैसला लिया। मेरे उनसे (भाजपा से) अच्छे संबंध थे। उन्होंने मुझे लोकसभा का टिकट दिया (हिसार से, जहां से वह हार गए) लेकिन पता नहीं उन्होंने किसकी सलाह पर काम किया। मैं कहूंगा कि जिसने भी उन्हें यह सलाह दी है, उसने पार्टी को नुकसान पहुंचाया है।

रणजीत चौटाला ने कहा कि मैं चौधरी देवीलाल का बेटा हूं। मेरा कुछ कद है… मैंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है। चौटाला ने यह भी कहा कि उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और भाजपा छोड़ दी है। चौटाला रानिया सीट से चुनाव लड़ना चाह रहे थे, लेकिन भाजपा ने उनकी जगह शीशपाल काम्बोज को मैदान में उतार दिया। रणजीत लोकसभा चुनाव से पहले रानिया से निर्दलीय विधायक के पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए थे और हिसार संसदीय सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

भाजपा में बगावत

भाजपा के लिए बगावत का संकट उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के कुछ समय बाद ही शुरू हो गया था, क्योंकि इससे कई लोग नाराज हो गए थे। फतेहाबाद जिले के रतिया सुरक्षित निर्वाचन क्षेत्र से मौजूदा विधायक लक्ष्मण दास नापा ने कहा कि उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र की पूरी निष्ठा से सेवा की और विकास कार्य किए। उन्हें नहीं पता कि पार्टी ने उन्हें विधानसभा क्षेत्र से फिर से टिकट क्यों नहीं दिया।

उन्होंने पार्टी छोड़ने के बाद, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से राष्ट्रीय राजधानी स्थित उनके आवास पर मुलाकात की और बाद में कहा कि वह अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल होंगे। बता दें कि 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव की मतगणना 8 अक्टूबर को होगी।

ये भी पढ़ें- Haryana Assembly Election : कौन हैं ढाई लाख करोड़ की मालकिन सावित्री जिंदल, जो चुनाव में खड़े होकर सांसद बेटे के लिए खड़ी कर सकती हैं मुसीबत

संबंधित खबरें...

Back to top button