
हेमंत नागले, इंदौर। कलयुगी मां बाप द्वारा अपने ही मासूम बच्चों को दुनिया में आने से पहले ही मौत के घाट उतार दिया। माता-पिता दोनों ही आर्थिक रूप से सक्षम नहीं थे और उनके पहले से ही 3 बच्चे थे।
आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण उन्होंने अपनी चौथी संतान को 7 माह में ही गर्भपात कर उसे कचरे के डिब्बे में फेंक दिया। लेकिन, पुलिस की सजगता के चलते उस नवजात को इंसाफ मिला है और उसके दोषियों को सजा तक पुलिस ने पहुंचाया है।
सोनोग्राफी सेंटर और स्वास्थ्य विभाग से ली जानकारी
डीसीपी आदित्य मिश्रा ने बताया कि 2 दिन पहले राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र में एक कचरे के डिब्बे में 7 वर्षीय मासूम का भ्रूण पुलिस को बरामद हुआ था। जहां पर पुलिस द्वारा इस घटना को गंभीरता से लेते हुए इलाके में जितने भी सोनोग्राफी सेंटर थे, वहां से गर्भवती महिलाओं के डिटेल मंगाना शुरू किया। पुलिस द्वारा स्वास्थ्य विभाग से भी इस बारे में जानकारी ली।
#इंदौर : #राजेंद्र_नगर_थाना क्षेत्र में कलयुगी मां-बाप ने अपने ही मासूम बच्चे को उतारा मौत के घाट। कचरे के डिब्बे में फेंका था नवजात का भ्रूण, पुलिस ने माता-पिता पर दर्ज किया मामला@MPPoliceDeptt @comindore @CP_INDORE#Indore #MPNews #PeoplesUpdate pic.twitter.com/RGC3Xwt3qP
— Peoples Samachar (@psamachar1) June 10, 2023
माता-पिता पर केस दर्ज
इस दौरान पुलिस को राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के एक दंपत्ति की जानकारी लगी कि वह महिला पहले गर्भवती थी। वर्तमान में जब पुलिस द्वारा दंपत्ति के घर महिला कॉन्स्टेबल को भेजा गया तो महिला का गर्भ नहीं दिखा। इस पर पुलिस को यह शक हुआ कि महिला द्वारा ही अपने आने वाले बच्चे की भ्रूण हत्या की गई है। पुलिस द्वारा दोनों ही माता-पिता पर धारा 312 व 318 में मामला दर्ज किया है।
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