
निवाड़ी। मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले में करोड़ों रुपए की लागत से जामनी नदी पर बना पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। पुल सीजन की पहली और 6 घंटे की बारिश भी नहीं झेल सके और जगह-जगह दरारें पड़ गई। करोड़ों की लागत से बने जामनी पुल में दरार पड़ने से उसकी गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं।
हैरत की बात है कि करीब 5 महीने पहले ही केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ओरछा में इस पुल का उद्घाटन किया था। दरार की सूचना पर जिला प्रशासन हरकत में आया और उस स्थान पर पत्थर और बैरिकेड लगाकर ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया गया है।
कांग्रेस बोली- फिर भाजपा का भ्रष्टाचार उजागर
इधर, पुल में आई दरारों की वजह से भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी की चर्चाएं तेज हो गई है। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं द्वारा बीजेपी सरकार को जमकर घेरा जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा- पहली बारिश में फिर भाजपा का भ्रष्टाचार उजागर, निवाड़ी जिले का ओरछा जामनी नदी पर बना पुल 6 घंटे की बारिश भी नहीं झेल सका और पुल में दरारें आ गई। मात्र 6 महीने पहले नितिन गडकरी ने उद्घाटन किया था। भ्रष्टाचार के पुल टूट रहे हैं, शिवराज मध्य प्रदेश लूट रहे हैं।
पहली बारिश में फिर भाजपा का भ्रष्टाचार उजागर :
निवाड़ी जिले का ओरछा जामनी नदी पर बना पुल 6 घंटे की बारिश भी नहीं झेल सका और पुल में दरारें आ गई। मात्र 6 महीने पहले नितिन गडकरी ने उद्घाटन किया था।
भ्रष्टाचार के पुल टूट रहे हैं,
शिवराज मध्यप्रदेश लूट रहे हैं। pic.twitter.com/7Wv7Bd0aLR— MP Congress (@INCMP) June 23, 2023
टीकमगढ़ को झांसी से जोड़ता है पुल
बता दें कि टीकमगढ़ को झांसी को जोड़ने वाली सड़क पर ओरछा और पृथ्वीपुर के बीच जामनी नदी पर यह पुल बना है। पुल की एप्रोच रोड में जगह-जगह लंबी दरारें पड़ गई। जामनी नदी का पुल 820 मीटर लंबा है, जिसमें 150-150 मीटर दोनों तरफ एप्रोच रोड बनाया गया है, जिसकी लागत 40 करोड़ रुपए से अधिक हैं। इस पुल के बन जाने से लोगों को 30 किलोमीटर का सफर कम तय करना पड़ता है।
बैरिकेड लगाकर रोका ट्रैफिक
निवाड़ी जिला के प्रभारी लोक निर्माण विभाग के मंत्री गोपाल भार्गव हैं। वहीं इसी साल जनवरी में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पुल का उद्घाटन कर जनात को समर्पित किया था। सूचना मिलते ही पुलिस व जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और बैरिकेड लगाकर ट्रैफिक रोक दिया है।
बारिश में घूमकर जाना पड़ता था
ओरछा की बेतवा नदी और जामनी नदी के पुराने पुल की ऊंचाई कम होने के चलते से बारिश का पानी इसके ऊपर आ जाता था, जिसके चलते यहां प्रशासन बारिश के दिनों में 4 महीने के लिए आवागमन बंद कर देता था। ऐसे में लोगों को पूथ्वीपुर से ओरछा और झांसी जाने के लिए करीब 30 किमी का चक्कर लगाकर जाना पड़ता है। नए पुल के निर्माण से यह समस्या खत्म हो गई थी। नए पुल से दूरी कम हो गई थी। इसका सीधा लाभ टीकमगढ़, ओरछा और झांसी के लोगों को मिलने लगा, लेकिन पुल में आई दरारों की वजह से स्थानीय लोगों की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है।