
नई दिल्ली। सोमवार को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच मुकाबला खेला गया। इस दौरान श्रीलंका के अनुभवी बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज (Angelo Mathews) ICC क्रिकेट विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ ‘टाइम आउट’ दिए गए और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस तरह आउट होने वाले पहले बल्लेबाज बने।
क्रिकेट के इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा
सदीरा समरविक्रम के आउट होने के बाद मैथ्यूज जैसे ही क्रीज पर पहुंचे और हेलमेट लगाने लगे तो उसका स्ट्रैप टूट गया। उन्होंने ड्रेसिंग रूम से दूसरा हेलमेट लाने का इशारा किया, लेकिन इसमें काफी समय लग गया। इस बीच बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने मैथ्यूज के खिलाफ टाइम आउट की अपील की और अंपायर मराइस इरासमस ने उन्हें आउट करार दे दिया।
हालांकि, मैथ्यूज ने अंपायर और शाकिब से बात की और अपने हेलमेट का टूटा हुआ स्ट्रैप भी दिखाया लेकिन बांग्लादेश के कप्तान ने अपील वापस लेने से इनकार कर दिया और श्रीलंका के बल्लेबाज को वापस लौटना पड़ा। क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार है जब कोई प्लेयर इस तरह से ‘टाइम आउट’ हुआ।
गुस्से में जमीन पर फेंका हेलमेट
मैथ्यूज इससे काफी नाराज दिखे और उन्होंने बाउंड्री पर अपने हेलमेट का टूटा हुआ स्ट्रैप सभी को दिखाया और फिर गुस्से में इसे जोर से जमीन पर दे मारा।
क्या होता है ‘टाइम आउट’
क्रिकेट के खेल के संरक्षक मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के नियम 40.1.1 के अनुसार, अगर किसी बल्लेबाज के आउट या रिटायर होने पर अगला बल्लेबाज नियमित समय के अंदर अगली गेंद का सामना नहीं करता है तो उसे टाइम आउट दिया जा सकता है। एमसीसी के नियम के अनुसार, विकेट गिरने या बल्लेबाज के रिटायर होने के बाद, अगर अंपायर खेल नहीं रोकता है तो आने वाले बल्लेबाज या अन्य बल्लेबाज को विकेट गिरने या बल्लेबाज के रिटायर होने के तीन मिनट के भीतर अगली गेंद का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। अगर यह जरूरत पूरी नहीं होती है तो आने वाले बल्लेबाज को टाउम आउट दिया जाएगा।
मैथ्यूज के मामले में हालांकि आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 के खेलने के हालात से जुड़ा नियम लागू हुआ, जिसमें तीन मिनट के समय को घटाकर दो मिनट किया गया है।