भोपालमध्य प्रदेश

पचमढ़ी में चिंतन बैठक का दूसरा दिन : 21 अप्रैल से फिर शुरू होगी मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, जानें कई अहम फैसले

मध्यप्रदेश में 21 अप्रैल से मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना फिर से शुरू होगी। पचमढ़ी में शिवराज कैबिनेट की चिंतन बैठक में ये फैसला लिया गया है। सीएम ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत मिलने वाली राशि 51 हजार रुपये से बढ़ाकर 55 हजार रुपये करने का निर्णय लिया है।

तीर्थ दर्शन योजना फिर होगी शुरू

मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना फिर से शुरू होगी। सीएम ने बताया कि 18 अप्रैल को पहली ट्रेन काशी विश्वनाथ के लिए रवाना होगी। जिसमें मंत्री परिषद के सदस्य भी बुजुर्गों के साथ यात्रा करेंगे। पास के स्थानों पर बस, दूरस्थ स्थलों पर वायुयान से भी हम बुजुर्गों को यात्रा कराने पर विचार कर रहे हैं।

प्रदेश के विकास की समीक्षा की

सीएम ने बताया कि पचमढ़ी में आयोजित चिंतन बैठक में हमने जनता के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन और प्रदेश के विकास के लिए उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा की है। कई नई चीजें मंथन से निकली हैं, जिनमें से कुछ को हमने विचार-विमर्श के पश्चात अंतिम रूप दे दिया है।

‘लाडली लक्ष्मी योजना’ का शुभारंभ

सीएम ने बताया कि ‘लाडली लक्ष्मी योजना’ मध्यप्रदेश ने प्रारंभ की थी, जो बाद में दूसरे राज्यों ने भी किसी न किसी रूप में शुरू की। 2 मई को हम ‘लाडली लक्ष्मी योजना 2.0’ का शुभारंभ कर रहे हैं। जिसके अंतर्गत बेटियों की उच्च शिक्षा, स्वावलंबन और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।

PM गरीब कल्याण अन्न योजना की अवधि बढ़ाई

सीएम शिवराज ने बताया कि पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की अवधि 6 महीने के लिए बढ़ा दी है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना को मिलाकर प्रति व्यक्ति प्रतिमाह 10 किलो राशन मिल रहा है। 7 अप्रैल को प्रदेश में अन्न उत्सव मनाया जाएगा।

बैठक में लिए अन्य फैसले

  • सीएम ने कहा कि जलजीवन मिशन के अंतर्गत पेय जल की व्यवस्था के लिए हमने बजट में 6 हजार करोड़ रुपये रखे हैं। इसे लेकर कई सावधानियों पर चर्चा हुई है।
  • बड़ी खुशी की बात है कि मध्यप्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य होगा, जहां एमबीबीएस की पढ़ाई हम हिंदी में प्रारंभ करेंगे। इसके बाद इंजीनियरिंग और बाकी पढ़ाई भी हम हिंदी में सुनिश्चित करेंगे।
  • सीएम राइज स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम है। अभी इन स्कूलों के भवन निर्माण में समय लेगा, लेकिन तब तक हमने तय किया है कि 13 जून से प्रदेश के लगभग 350 विद्यालयों में (जहां स्थान उपलब्ध है) सीएम राइज स्कूल की परिकल्पना के आधार पर शिक्षण कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
  • हमने तय किया है कि शहरों में लगभग 25 हजार की आबादी पर एक मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक खोला जाएगा। एक वर्ष में सभी नगरीय निकायों में ऐसे क्लिनिक खोल दिए जाएंगे।
  • स्कूली शिक्षा में देश में पहली बार कक्षा 8 से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई प्रारंभ कराई जाएगी। 240 अंकों का पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा।
  • 1 जून से मध्यप्रदेश की धरती पर साइबर तहसील की स्थापना कर दी जाएगी। बिना तहसील जाए ही घर बैठे नागरिकों के नामांतरण जैसे कार्य हो सकेंगे।
  • इंसानों के लिए हमने टेलीमेडिसिन की व्यवस्था की है। इसी तरह पशुओं और फसलों के लिए भी टेलीमेडिसिन की व्यवस्था लागू करने की योजना हमने बनाई है।
  • युवाओं को मध्यप्रदेश की सीमाओं पर भेजकर उनमें देशभक्ति का भाव जगाने के लिए हमने ‘मां तुझे प्रणाम’ योजना प्रारंभ करने का निर्णय लिया है।
  • पुलिस की भर्ती में हमने तय किया है कि 50 प्रतिशत अंक लिखित परीक्षा और 50 प्रतिशत अंक दौड़ भाग के रहेंगे।
  • सहकारिता के माध्यम से रोजगार देने के लिए अलग-अलग सेक्टर के महासंघ गठित हो रहे हैं, उन्हें तेजी से आगे बढ़ाने का हमने फैसला लिया। ताकि रोजगार के अवसर और बढ़ सकें। टूरिज्म के माध्यम से भी रोजगार बढ़ाने पर चर्चा हुई है।

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