
पनागर थाना क्षेत्र में 10 जनवरी को हुई नरेश मिश्रा की अंधी हत्या का खुलासा हो गया है। 12 जनवरी को नरेश की लाश मिलने के 24 घंटे के अंदर ही पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि मचला गांव निवासी 40 वर्षीय नरेश की हत्या उसकी पत्नी उषा मिश्रा कुशवाहा ने ही कराई थी। उषा ने पति के ही दोस्त अखिलेश विश्वकर्मा को हत्या करने के लिए सुपारी दी थी।
खेत में सिर मिलने से फैली थी सनसनी
बता दें कि 12 जनवरी को पुलिस को सूचना मिली थी कि बेलखाडू रोड के किनारे खेत में एक व्यक्ति का कटा हुआ सिर पड़ा है। जानकारी मिलते ही पनागर थाना प्रभारी आर.के. सोनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक ग्राम मचला निवासी नरेश मिश्रा है। प्रारम्भिक पूछताछ में पता चला कि मृतक नरेश खेती किसानी करता था पर कुछ समय पहले उसने आधा एकड़ खेत बेचकर एक बुलेरो खरीदी थी, बुलेरो को स्वयं किराए पर चलाता था। किसानी से पहले वह ट्रक ड्राइवर था।
पत्नी ने लिखाई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
पुलिस के मुताबिक 10 जनवरी को मृतक की पत्नी उषा मिश्रा उम्र 34 ने ही उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट कराई थी। रिपोर्ट में उसने लिखवाया कि उसका पति 10 जनवरी की शाम 7 बजे बुलेरो वाहन से गांव पहुंचा और घर के पास गाड़ी खड़ी करके कहीं चला गया। 12 जनवरी को नरेश का कटा हुआ सिर मिलने से सनसनी फैल गई, जिसके बाद जबलपुर एसपी के निर्देश पर इस अंधी हत्या को सुलझाने के लिए टीम का गठन हुआ।
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पुलिस ने ऐसे सुलझाई हत्या की गुत्थी
पुलिस ने लाश मिलने के 24 घंटे के अंदर ही इस सनसनीखेज वारदात का पर्दाफाश कर दिया। एएसपी संजय अग्रवाल ने बताया कि नरेश की लाश मिलने के बाद पुलिस की जांच टीम ने लोगों से पूछताछ शुरू की, जिसमें पता चला कि नरेश को आखिरी बार 10 जनवरी की रात 8 बजे गांव के ही अखिलेश उर्फ अक्कू विश्वकर्मा के साथ देखा गया था। पुलिस ने बिना देर किए अखिलेश को अभिरक्षा में लेते हुए कड़ी पूछताछ की, जिससे वह टूट गया और उसने इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देना स्वीकारा, साथ ही बताया कि उसने ऐसा क्यों किया।

पत्नी ने ही कराई नरेश की हत्या
अखिलेश से जब कड़ी पूछताछ की गई तो उसने बताया कि मृतक नरेश उसका दोस्त था, साथ ही वह उसकी पत्नी उषा के संपर्क में भी था। उषा के कहने पर ही उसने नरेश की हत्या की। दरअसल, उषा पति नेरश से काफी परेशान थी, इसी बीच उसकी दोस्ती अखिलेश से बढ़ने लगी। वह पति से परेशान होकर उसे रास्ते से हटाना चाहती थी, जिसके लिए उसने अखिलेश को 2 लाख रुपए का ऑफर दिया। अखिलेश ने नरेश को मारने की सुपारी इसलिए भी ली क्योंकि नरेश ने 2019 में अखिलेश की भाभी के साथ दुराचार का प्रयास किया था। तब मामला शांत हो गया था, पर अखिलेश इस बात का बदला लेना चाहता था।
इस तरह कर दी दोस्त की हत्या
अखिलेश ने बताया कि 10 जनवरी की रात वह नरेश को शराब पीने के बहाने ले गया। खेत पर दोनों ने जमकर शराब पी। उसने नरेश को हद से ज्यादा शराब पिलाई, जिससे वह गिरने लगा। इसके बाद फरसे से उसका गला काटकर दूसरे खेत में फेंक दिया। पुलिस ने मृतक की पत्नी उषा मिश्रा और उसके दोस्त अखिलेश विश्वकर्मा के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
अंधी हत्या का खुलासा करने में इनकी अहम भूमिका
- थाना प्रभारी पनागर आरके सोनी,
- उप निरी. अंबुज पांडे,
- उप निरीक्षक आकाशदीप साहू,
- सउनि. ब्रम्हदत्त दुबे,
- सउनि. संतोष पांडे,
- आरक्षक राममिलन,
- विनय जैसवाल,
- देशपाल,
- कुलदीप,
- मोनू करारे,
- विवेक,
- नरेन्द्र,
- महिला आरक्षक मोनिका,
- अभिलाषा
- क्राइम ब्रांच सउनि. राम सनेही शर्मा,
- प्रधान आरक्षक अजीत पटेल,
- हरिशंकर गुप्ता,
- अरविंद,
- आरक्षक राजेश केवट।
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