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जल्द मिलेगा MP को नया CM ! केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल समेत इन सांसदों ने दिया इस्तीफा

भोपाल। मध्य प्रदेश में लगातार पांचवीं बार भाजपा की सरकार बनाने जा रही है। लेकिन, इस विधानसभा चुनाव में पार्टी ने किसी को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में आगे नहीं किया था। वहीं विधानसभा चुनावों में जीतकर विधायक बने सभी 10 सांसदों ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसमें दो केंद्रीय मंत्रियों समेत 5 सांसद मध्य प्रदेश से हैं। नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह, रीती पाठक और उदय प्रताप सिंह के इस्तीफे से साफ हो गया है कि ये विधायक बने रहेंगे।

सीएम चेहरे की दावेदारी हुई दिलचस्प

अब मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री की रेस और भी ज्यादा दिलचस्प हो गई है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इसमें मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का नाम तो शामिल है ही, वहीं इस दौड़ में दो केंद्रीय मंत्रियों- प्रहलाद पटेल और नरेंद्र सिंह तोमर को शामिल माना जा रहा है। इसी तरह सांसद रीति पाठक, राव उदय प्रताप सिंह और राकेश सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है। बीजेपी आलाकमान इस पर जल्द फैसला लेगा।

मध्य प्रदेश में 7 सांसदों को बनाया था उम्मीदवार

बता दें कि मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 7 सांसदों को उम्मीदवार बनाया था। इनमें से केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते को मंडला की निवास सीट पर हार का सामना करना पड़ा। वहीं सतना में सांसद गणेश सिंह को भी हार मिली है। यह दोनों ही सीटें 2018 में कांग्रेस के पास थी। बीजेपी ने नरसिंहपुर सीट पर प्रहलाद पटेल को, मुरैना की दिमनी सीट पर नरेंद्र सिंह तोमर को, सीधी सीट पर रीति पाठक को, जबलपुर पश्चिम सीट पर राकेश सिंह को और गाडरवारा विधानसभा सीट पर राव उदय प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया गया था। गणेश सिंह और कुलस्ते को छोड़कर शेष 5 सांसद चुनाव जीत चुके हैं।

विधायक दल के नेता का नहीं हुआ चयन

मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी लगातार पांचवीं बार सरकार बनाने जा रही है। पार्टी ने विधायक दल के नेता का चयन अभी नहीं किया गया है। मध्य प्रदेश में नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी ने किसी को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में आगे नहीं किया था। वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कह चुके हैं कि वह पार्टी के कार्यकर्ता हैं और पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी उसे पूरा करेंगे।

इस नियम के तहत देना पड़ा इस्तीफा

संविधान के अनुच्छेद 101 (2) का कहना है कि विधायक बनने के नोटिफिकेशन जारी होने के 14 दिन के भीतर सांसद को इस्तीफा देना होगा। यदि कोई विधायक लोकसभा या राज्यसभा का सदस्य बनता है तो उसे एक सदन से इस्तीफा देना होगा। यदि ऐसा नहीं होता है तो उसकी सदस्यता स्वयं ही खत्म हो जाती है। इस नियम का पालन करने के लिए बुधवार को नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, उदय प्रताप सिंह, रीति पाठक और राकेश सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

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