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MP में नौतपा के आखिरी मिली गर्मी से राहत, पृथ्वीरपुर-बिजावर में पारा 45 के पार; इन जिलों में हुई बारिश

भोपाल। मध्य प्रदेश के मौसम में उतार चढ़ाव का दौर जारी है। नौतपा के आखिरी दिन रविवार को गर्मी से थोड़ी राहत मिली। इसी के साथ प्रदेश में मौसम के दो रंग देखने को मिले। कई जिलों में आंधी की स्थिति बनी तो बादल भी छाए रहे। जबकि सतना, नर्मदापुरम समेत कई जिलों में तेज हवा के साथ पानी गिरा।

पृथ्वीपुर और बिजावर में तपे

नौतपा के आखिरी दिन निवाड़ी जिले का पृथ्वीपुर और छतरपुर जिले का बिजावर ही सबसे गर्म रहे। पृथ्वीपुर में तापमान 45.1 डिग्री और बिजावर में 45 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं रविवार को प्रदेश के लगभग सभी शहरों में पारा 1 से 5 डिग्री तक लुढ़क गया। रात के तापमान में भी गिरावट आई है। इसके अलावा शिवपुरी-टीकमगढ़ में 44 डिग्री, नौगांव में 43.8 डिग्री, ग्वालियर में 43.5 डिग्री, सिंगरौली में 43.4 डिग्री, गुना में 43.4 डिग्री, खजुराहो में 43.2 डिग्री और राजगढ़ में पारा 42.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

शहरों में पारा लुढ़का

बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल, इंदौर, जबलपुर और उज्जैन के पारा में गिरावट दर्ज हुई। भोपाल में 40.8 डिग्री, इंदौर में 40.1 डिग्री, जबलपुर में 39.5 डिग्री और उज्जैन में तापमान 41 डिग्री दर्ज किया गया।

बदला मौसम का मिजाज

इधर, सतना में नौतपा के आखिरी दिन मौसम का मिजाज अचानक से बदल गया। तेज हवा के साथ जोरदार बारिश हुई। बारिश के चलते तापमान में भी कमी आई। वहीं अनूपपुर जिले के अमरकंटक में दोपहर में अचानक तेज बारिश हुई। छिंदवाड़ा में सुबह हल्की बूंदाबांदी हुई। नर्मदापुरम जिले में भी कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हुई।

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प्रदेश में मानसून 15 जून तक पहुंचेगा

दक्षिण-पश्चिम मानसून के मध्य प्रदेश में 15 जून तक पहुंचने की संभावना है जो राज्य में उसके सामान्य आगमन से दो दिन पहले है। मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारी ने 1 जून को यह जानकारी दी है। दक्षिण-पश्चिम मानसून ने गुरुवार को केरल और पूर्वोत्तर क्षेत्र में समय से पहले ही दस्तक दे दी। केरल और पूर्वोत्तर में मानसून का एक साथ आना काफी दुर्लभ है और इससे पहले चार मौकों-2017, 1997, 1995 और 1991 में ऐसा हुआ था।

पिछले साल 25 जून को आया था मानसून

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) भोपाल केंद्र के मौसम वैज्ञानिक ने कहा, मध्य प्रदेश में मानसून के 15 जून के आसपास या अपने सामान्य समय से एक या दो दिन पहले आने की संभावना है। उन्होंने बताया कि इस मौसम में राज्य में सामान्य से अधिक बारिश होने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में औसतन 949 मिलीमीटर बारिश होती है। उन्होंने बताया कि पिछले साल राज्य में मानसून का आगमन 25 जून को हुआ था, लेकिन कम समय में ही उसने पूरे राज्य को कवर कर लिया था।

केरल में समय से पहले दी दस्तक

IMD के भोपाल केंद्र ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने केरल में समय से पहले दस्तक दे दी है। उन्होंने बताया कि अगर प्रगति सामान्य रही तो मानसून 17 जून से एक या दो दिन पहले दक्षिणी मध्य प्रदेश पहुंच सकता है। वर्ष 2022 में राज्य के मध्य क्षेत्र में मानसून का आगमन अपने सामान्य समय से एक दिन पहले 16 जून को हुआ था और 21 जून तक राज्य के 80 प्रतिशत हिस्से को कवर कर लिया था।

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