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Makar Sankranti : मकर संक्रांति पर आस्था की डुबकी लगाने उमड़े श्रद्धालु, हर हर नर्मदे के जयघोष से गूंजे नर्मदा और क्षिप्रा के घाट

भोपाल/इंदौर/जबलपुर। मकर संक्रांति का पर्व देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। लोग पवित्र नदी घाटों पर सुबह से ही स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं। नर्मदापुरम जिल के सेठानी घाट पर मकर सक्रांति के मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने नर्मदा नदी में आस्था की डुबकी लगाई। नर्मदापुरम के सेठानी घाट, जबलपुर के ग्वारीघाट, भेड़ाघाट और तिलवारा, महाकाल की नगरी में क्षिप्रा के रामघाट व त्रिवेणी घाट समेत ओंकारेश्‍वर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़।

मकर संक्रांति पर स्नान का महत्व

मकर संक्रांति पर्व पर पवित्र नदी में स्नान का अधिक महत्व होने से बड़ी संख्या में श्रद्धालु नर्मदा नदी समेत अन्य पवित्र नदी और कुंडों पर पहुंच रहे हैं। जहां हजारों की तादाद में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। वहीं, दान का विशेष महत्व होने से घाट पर बैठे भिक्षुकों को दान दिया। बता दें कि इस साल 14 जनवरी को भी संक्रांति पर्व मनाया गया था, लेकिन धर्म शास्त्रियों के अनुसार रविवार को भी मकर सक्रांति पर्व मनाया जा रहा है।

सेठानी घाट पर लगा श्रद्धालुओं का तांता

नर्मदापुरम के सेठानी घाट पर मकर सक्रांति के मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाई। दूरदराज से चलकर आने वाले श्रद्धालुओं का सेठानी घाट पर तांता लगा रहा। सुबह से ही नर्मदा तटों पर हर हर नर्मदे के जयघोष गूंज रहे हैं। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से मां नर्मदा की पूजा9अर्चना की और मां नर्मदा से सुख और समृद्धि की कामना की। सेठानी घाट में मकर संक्रांति को लेकर प्रशासन ने भी व्यवस्था के इंतजाम किए हैं।

क्षिप्रा के घाटों पर लगी आस्था की डुबकी

मकर संक्रांति पर रविवार सुबह से श्रद्धालु बाबा महाकाल की नगरी में क्षिप्रा नदी के घाटों पर स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने रामघाट व त्रिवेणी पहुंचकर स्नान किया। रामघाट व त्रिवेणी पर स्नान के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है।

ग्वारीघाट, भेड़ाघाट और तिलवारा में सुबह से उमड़ी भीड़

मकर संक्रांति एवं तिल संक्रांति में नर्मदा दर्शन, पूजन, दान व स्नान का विशेष महत्व है। संस्कारधानी के नर्मदा तटों पर श्रद्धालु पुण्य स्नान के लिए उमड़े। 14 जनवरी को सुबह से रात तक नर्मदा भक्त दर्शन के लिए काफी संख्या में आए थे। 15 फरवरी को भी सुबह से यही क्रम जारी रहा। ग्वारीघाट समेत तिलवाराघाट, लम्हेटाघाट व सरस्वतीघाट में मेले का नजारा रहा। नर्मदा तटों पर लाखों की संख्या में पहुंचकर श्रद्धालुओं स्नान कर रहे हैं।

ओंकारेश्‍वर में भी लगा भक्तों का तांता

मकर संक्रांति पर्व पर शनिवार को ओंकारेश्वर में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने नर्मदा स्नान कर भगवान ओंकारेश्वर व ममलेश्वर का पूजन-अर्चन किया। वहीं रविवार सुबह से ही स्‍नान के लिए बड़ी संख्‍या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इस दौरान तिल के लड्डू और खिचड़ी प्रसाद का वितरण किया गया।

मंदिरों में दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु

श्रद्धालुओं ने पर्व नर्मदा स्नान के बाद नर्मदा मंदिर में दर्शन किए। सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रही। अधिकारियों का कहना है कि पर्व के साथ ही शनिवार और रविवार अवकाश का दिन होने से बाहरी श्रद्धालु बड़ी संख्या में दर्शन के लिए आ रहे हैं। वहीं दान का विशेष महत्व होने से कई स्थानों पर भिक्षुकों को दान दिया गया और गायों को चारा खिलाया।

परिवारों ने अपने अंदाज में मनाई खुशियां

शनिवार के बाद रविवार को भी मकर संक्रांति पर कोई पतंगबाजी, तो कोई गिल्ली-डंडा तो कोई सितौलिया खेलकर पर्व के उत्साह को दोगुना करता नजर आया। छुट्टी का दिन होने से कई परिवारों ने मिलकर इस दिन पिकनिक मनाई और तिल-गुड़ से एक-दूसरे का मुंह मीठा कर पर्व की शुभकामनाएं दीं।

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