इंदौर। राऊ इलाके में एक इंजीनियर के बेटे ने शर्मशार किया है। उसने घर में 15 साल की मेड से सालभर रेप किया। इससे वो सात महीने की प्रेग्नेंट हो गई। घरवालों को पता चला तो उन्होंने लड़की की मौसी को 600 रुपए दिए और अबॉर्शन की गोली खिलाने का दबाव बनाया। बाद में मुंबई भेज दिया। चाइल्ड लाइन को पता चला तो मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने आरोपी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया।
राऊ थाना पुलिस के मुताबिक, रॉयल कृष्णा टाउनशिप में नैत्यराज तिवारी (22 साल) अपनी मां के साथ रहता है। उसके पिता बिलासपुर में इंजीनियर हैं। इनके घर में 15 साल की नाबालिग लड़की मेड के तौर पर काम करती थी और यहीं रहती थी। नाबालिग की देखभाल उसकी मौसी करती है। जबकि उसके माता-पिता ने 3 साल की उम्र में ही उसे छोड़ दिया था और दोनों ने अलग-अलग शादियां कर ली थीं।
2 साल पहले लड़की को छोड़ गई थी मौसी
चाइल्ड लाइन कोऑर्डिनेटर राहुल गोठाने के मुताबिक, मौसी का कहना था कि वह कई साल से तिवारी के घर में बर्तन और झाड़ू का काम करती थी। कभी-कभी उसके साथ बच्ची भी आती थी। 2 साल पहले आरोपी की मां ने बच्ची को देखकर कहा कि इसे तुम यहीं छोड़ जाया करो। हम पढ़ा-लिखा देंगे और वह घर का काम भी कर देगी। तुम्हें कुछ रुपए भी दे देंगे। इस पर मौसी ने बच्ची को छोड़ दिया। इधर, इंजीनियर के बेटे नैत्यराज (22 साल) ने बच्ची से संबंध बनाना शुरू कर दिए। वह सालभर से लड़की के साथ रेप कर रहा था।
अगस्त में बच्ची से मिलने पहुंची मौसी, तब प्रेग्नेंट का पता चला
इधर, कुछ समय पहले मौसी के लड़के का निधन हो गया, जिससे वह बच्ची से मिलने नहीं आ पा रही थी। अगस्त में जब वह बच्ची के पास पहुंची तो उसकी हालत देखकर पैरों तले जमीन खिसक गई। परिजन से शिकायत की तो उन्होंने 600 देकर कहा कि बच्ची को गोली खिला देना, उसका अबॉर्शन हो जाएगा। इसके बाद महिला ने द्वारकापुरी थाने में शिकायत की, लेकिन केस दर्ज नहीं हो पाया।
दबाव में अबॉर्शन के लिए मुंबई ले गए थे
बाद में दबाव बढ़ा तो वह नाबालिग को अबॉर्शन कराने के लिए मुंबई लेकर चली गई। इस बीच, थाने में मौजूद किसी ने इस घटना की जानकारी चाइल्ड लाइन को दे दी। इसके बाद स्थानीय टीम ने मुंबई संपर्क किया और बच्ची तक पहुंच गई। फिलहाल, उसे मौसी के साथ इंदौर लाया गया।
बच्ची के बयान दर्ज, शेल्टर होम भेजा
शनिवार जिला कोर्ट में लड़की के धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराए गए। चाइल्ड लाइन का कहना है कि अभी यह जानना जरूरी है कि लड़की का अबॉर्शन किया जा सकता है या नहीं, दूसरा- डॉक्टरों की राय के साथ कोर्ट से अनुमति लेनी होगी। फिलहाल, उसे एक शेल्टर होम में रखा गया है।