
इंदौर के स्वर्ण बाग कॉलोनी लोनी में हुए अग्निकांड के आरोपित संजय उर्फ शुभम दीक्षित को विजय नगर थाना पुलिस रविवार को थाने ले गई। जहां आरोपी शुभम को प्रेमिका की बहन ने पुलिस के सामने थप्पड़ जड़ा दिया। चिल्लाते हुए बोली कि तुझे क्या मिला ऐसा करके। वहीं पुलिस आरोपी को बचाकर ले गई।
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इंदौर अग्निकांड के आरोपी शुभम उर्फ संजय दीक्षित की विजयनगर थाने में मृतकों के परिजनों ने की पिटाई#IndoreFire #IndoreNews #MPNews #PeoplesUpdate pic.twitter.com/mAUAatQJpn
— Peoples Samachar (@psamachar1) May 8, 2022
थाने में आरोपी को थप्पड़ जड़ दिया
विजय नगर थाना पुलिस जब आरोपी शुभम को एमवाय अस्पताल ले जाने के लिए थाने से निकाल रही थी। इसी दौरान युवती की बड़ी बहन ने पुलिस कस्टडी में ही आरोपी को थप्पड़ जड़ दिया। आक्रोशित होकर कहा कि तुझे ये सब करके क्या मिला। तुझे तो फांसी होनी चाहिए। इसके बाद पुलिस आरोपी को बचाकर गाड़ी में बैठकर अस्पताल ले गई। गौरतलब है कि इस अग्निकांड में 7 लोगों की मौत हो गई।
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मेरी बहन को परेशान करता था…
आरोपी की प्रेमिका की बड़ी बहन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आरोपी मेरी बहन को परेशान करता था। पुलिस में शिकायत करने पर कहता था कि मैं तुझे उल्टा फसा दूंगा। आगे बताया कि मेरी बहन ब्यूटीशियन का काम करती है और उसने पुलिस की हर संभव मदद की है, लेकिन उसे पुलिस ने थाने पर बिठाकर रखा है। मैं चाहती हूं मेरी बहन को छोड़ा जाए।एडीसीपी संपत उपाध्याय का कहना है कि युवती मामले की मुख्य बिंदु है। इसलिए उससे बातचीत की जा रही है।
आरोपी पर पहले से दर्ज है मामला
एडीसीपी संपत उपाध्याय के मुताबिक, इंदौर के अग्निकांड में जैसे-जैसे पुलिस इन्वेस्टिगेशन आगे बढ़ती जा रही है। नित नए खुलासे होते जा रहे हैं। इंदौर डीएसपी संपत उपाध्याय की माने तो सिरफिरे आशिक संजय उर्फ शुभम ने जिस युवती को सबक सिखाने के लिए घटना को अंजाम दिया। उसी युवती द्वारा की गई मदद और जानकारी के आधार पर मामले का खुलासा हो पाया है।साथ ही पुलिस का कहना हैं कि आरोपी पर एडवाइजरी कंपनी की धोखाधड़ी के मामले में एक मामला दर्ज है। जिसमें आरोपी के खाते का उपयोग किया गया था। इस मामले में आरोपी ढाई माह जेल में रहा है। फिलहाल जमानत पर है।
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