
देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है। मध्यप्रदेश विधानसभा भवन के समिति कक्ष में मतदान केंद्र बनाया गया है। यहां विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मतदान किया। बता दें कि सुबह 10 बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू हो गई है। शाम 5 बजे तक विधायक अपना वोट डाल सकेंगे।
मतदान पूरी तरह गोपनीय होगा : अवधेश प्रताप सिंह
चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी बनाए गए विधानसभा के प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह ने बताया कि मतदान पूरी तरह गोपनीय होगा। कोई भी दल निर्वाचक सदस्यों के लिए व्हिप जारी नहीं कर सकता है। उन्होंने बताया कि मतदाता मतपत्र पर चुनाव आयोग द्वारा दी गई विशेष पेन से अपनी प्राथमिकता संबंधित प्रत्याशी के नाम के सामने अंकित करेंगे।
यदि प्रथम प्राथमिकता यानी अंक एक किसी भी प्रत्याशी के नाम के सामने अंकित नहीं किया जाता है तो मतपत्र अमान्य घोषित हो जाएगा। इसी तरह एक से अधिक प्रत्याशी के नाम के आगे एक अंक अंकित करने या चुनाव आयोग की पेन की जगह दूसरी पेन का उपयोग करने पर भी मतपत्र अमान्य हो जाएगा।
मतदान कक्ष में विधायक मोबाइल फोन, पेन या अन्य उपकरण नहीं ले जा सकेंगे। विधायकों के साथ किसी अन्य व्यक्ति को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। मतदान खत्म होने के बाद प्रमुख सचिव एपी सिंह अधिकारियों के साथ मत पेटी को सील कर फ्लाइट से दिल्ली लेकर जाएंगे।
BJP-कांग्रेस ने इनको बनाया प्रभारी
चुनाव के लिए भाजपा ने डॉ. नरोत्तम मिश्रा को प्रभारी बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने बाला बच्चन और पीसी शर्मा को ये जिम्मेदारी दी है।
मतदान केंद्र पर चित्र प्रदर्शनी लगाई
राष्ट्रपति चुनाव को यादगार बनाने के लिए विधानसभा सचिवालय ने मतदान केंद्र स्थल पर चित्र प्रदर्शनी लगाई है। जिसमें मध्यप्रदेश के गठन से लेकर अब तक के राज्यपाल, विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, मंत्री और सदस्यों के छाया चित्र लगाए गए हैं। इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण का संदेश से जुड़े पोस्टर भी लगाए हैं।
#भोपाल:#मध्यप्रदेश विधानसभा में #राष्ट्रपति_चुनाव_2022 के लिए वोटिंग शुरू, मुख्यमंत्री #शिवराज_सिंह_चौहान #वोटिंग करते हुए, सुबह 10:00 से शाम 5:00 बजे तक होगी वोटिंग।#PresidentialElections2022 @ChouhanShivraj @INCMP@bjpmp pic.twitter.com/OzpOiwpD5P
— Peoples Samachar (@psamachar1) July 18, 2022
किसका पलड़ा भारी ?
NDA ने द्रौपदी मुर्मू को अपना राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया है, तो वहीं यशवंत सिन्हा UPA के उम्मीदवार हैं। पार्टियों के समर्थन के हिसाब से चुनाव में राजग उम्मीदवाद द्रौपदी मुर्मू की जीत और इसके साथ ही देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर पहली बार आदिवासी महिला की ताजपोशी तय मानी जा रही है। 27 दलों के समर्थन के साथ द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा भारी है। वहीं, महज 14 दलों का समर्थन के साथ सिन्हा को करीब 3.62 लाख वोट ही मिलने की उम्मीद है।
24 जुलाई को खत्म हो रहा राष्ट्रपति कोविंद का कार्यकाल
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई 2022 को खत्म हो रहा है। ऐसे में नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए करीब 4800 मतदाता (सांसद और विधायक) वोट करेंगे। 21 जुलाई को वोटों की गिनती के बाद देश के नए राष्ट्रपति की घोषणा कर दी जाएगी। नए राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ लेंगे। पिछली बार 17 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति चुनाव हुए थे।
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राष्ट्रपति चुनाव में वोट कौन डालता है ?
राष्ट्रपति को चुनने के लिए आम लोग वोटिंग नहीं करते। इसके लिए जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि और उच्च सदन के प्रतिनिधि वोट डालते हैं। राष्ट्रपति के चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा के सभी सांसद और सभी राज्यों के विधायक वोट डालते हैं। इन सभी के वोट की अहमियत यानी वैल्यू अलग-अलग होती है। यहां तक कि अलग-अलग राज्य के विधायक के वोट की वैल्यू भी अलग होती है।
#भोपाल: #राष्ट्रपति_चुनाव_2022 को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बयान.. #मध्यप्रदेश में बड़े उत्साह के साथ #विधायक साथी राष्ट्रपति चुनाव के लिए #वोटिंग कर रहे हैं। पहली बार एक आदिवासी बेटी, #भारत की बेटी राष्ट्रपति बनेंगी। @ChouhanShivraj #PresidentialElections2022 pic.twitter.com/roo8GiZrTp
— Peoples Samachar (@psamachar1) July 18, 2022