पंजाब के लुधियाना जिला अदालत परिसर में हुए ब्लास्ट में मारे गए व्यक्ति की पहचान हो गई है। जानकारी के मुताबिक उसकी पहचान पूर्व पुलिसकर्मी के रूप में हुई है जिसका नाम गगनदीप सिंह था। ड्रग लिंक के मामले में उसे दो साल की सजा मिलने के बाद साल 2019 में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। वह 8 सितंबर 2021 को ही जेल से जमानत पर बाहर आया था।
गौरतलब है कि गुरुवार को लुधियाना की जिला अदालत की दूसरी मंजिल में विस्फोट हुआ था। यह विस्फोट बॉथरूम में हुआ था। इस धमाके में दो व्यक्ति कि मौत हो गई थी, जबकि छह अन्य घायल हो गए थे।
बम एक्टिवेट करने के दौरान हुआ ब्लास्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गगनदीप के खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से लिंक सामने आ रहे हैं। गगनदीप कोर्ट परिसर के बाथरूम में बम लेकर पहुंचने के बाद मोबाइल फोन के जरिए उसे एक्टिवेट करने की कोशिश कर रहा था। उसी दौरान कोई गड़बड़ी होने की वजह से बम ब्लास्ट हो गया। जिसमें गगनदीप सिंह खुद भी मारा गया। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच की जा रही है।
2007 में भी हुआ था बम बलास्ट
इससे पहले अक्टूबर, 2007 में लुधियाना के एक सिनेमा हॉल में हुए बम ब्लास्ट में भी बब्बर खालसा का नाम सामने आया था। जिसमें 7 लोग मारे गए थे और 32 घायल हुए थे।1978 में बने बब्बर खालसा को पाकिस्तान में बैठा वधावा सिंह बब्बर ऑपरेट करता है।
एक महिला के साथ करता था ड्रग तस्करी
जानकारी के मुताबिक गगनदीप सिंह खन्ना के जीटीबी नगर का रहने वाला था, जो एक महिला के साथ मिलकर ड्रग तस्करी था। पंजाब पुलिस की STF ने उसे 785 ग्राम हेरोइन के साथ पकड़ा था। जिसके बाद 11 अगस्त 2019 को उसके खिलाफ मोहाली के फेज-4 स्थित STF थाने में NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
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डोंगल से हुई पहचान
केंद्रीय जांच एजेंसी NIA ने ब्लास्ट वाली जगह मिले डोंगल के मोबाइल सिम नंबर से गगनदीप की पहचान की। दरअसल, जांच के दौरान पता चला कि डोंगल खन्ना के ही एक आदमी के नाम पर है। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने गगनदीप सिंह के बारे में बताया।