जबलपुरमध्य प्रदेश

हिंदी का पाठ करते हुए हर दूसरे शब्द में अटक रहे विद्यार्थी, सरकारी व निजी स्कूलों में रीडिंग मिशन हुआ शुरू

जबलपुर. पढ़ने (रीडिंग) के दौरान गलतियों को दूर करने व बच्चों में पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा विभाग व केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा 20 सितंबर से रीडिंग मिशन शुरू किया गया है। मिशन का उद्देश्य बच्चों को हिंदी व अंग्रेजी की किताब पढ़ने में निपुण बनाना है। इसमें कक्षा पहली से आठवीं के बच्चों को शामिल किया गया है। सोमवार को शासकीय रानी दुर्गावती हायर सेकेंडरी स्कूल के शिक्षकों ने आठवीं क्लास के विद्यार्थियों को हिंदी विषय का पाठ कराया। पाठ के दौरान छात्रों द्वारा किए जा रहे गलत उच्चारण को शिक्षकों द्वारा दूर किया जा रहा था।

शिक्षा विभाग ने इस वजह से शुरू किया मिशन

गौरतलब है कि शिक्षा विभाग के आदेशानुसार प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल के सभी विद्यार्थियों को प्रमोट करने का प्रावधान है। जिसके कारण 9वीं क्लास में प्रवेश लेने के बाद भी कई बच्चों को पढ़ना नहीं आता है। जिसके कारण वह 9वीं या 10 बोर्ड परीक्षा में फेल हो जाते हैं। इस मिशन के माध्यम से छात्रों के पढ़ने की योग्यता की समझ विकसित करने में मदद मिलेगी। यह मिशन जिले के सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में संचालित किया जा रहा है। यह मिशन दो साल तक आयोजित किया जाएगा।

शब्दों के गलत उच्चारण को टीचर ने किया ठीक

शहर के सरकारी स्कूलों में चल रहे रीडिंग मिशन की स्थिति जानने के लिए पीपुल्स समाचार की टीम ने शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल मेडिकल व शासकीय रानीदुर्गावती स्कूल गंगानगर का जायजा लिया। इस दौरान हिंदी व अंग्रेजी विषय के पाठ करने वाले विद्यार्थियों ने हर लाइन में औसतन दो गलतियां की, जिसे शिक्षक द्वारा सुधार कराया गया।

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रीडिंग मिशन बच्चों को हिंदी व अंग्रेजी विषय पढ़ने में आने वाली कठिनाईयों को दूर करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। ताकि बच्चे हिंदी व अंग्रेजी की किताबें आसानी से पढ़ सकें।
घनश्याम सोनी, डीईओ

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