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कांग्रेस का चुनावी मिशन : कांग्रेस की सेंट्रल वर्किंग कमेटी का गठन.. खड़गे, राहुल, सोनिया, प्रियंका समेत 39 नेताओं को मिली जगह; MP से दिग्विजय और कमलेश्वर शामिल

भोपाल/ दिल्ली। मध्य प्रदेश समेत छत्तीगढ़, राजस्थान आदि राज्यों में साल के अंत में होने वाले होने वाले विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपनी सेंट्रल वर्किंग कमेटी (CWC) का गठन कर लिया है। कांग्रेस की इस सबसे अहम टीम में कुल 39 नेताओं को स्थान मिला है। कांग्रेस की इस नई टीम में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कुल 39 मेंबर ही शामिल हैं।

इस लिस्ट में एमपी से तमाम दिग्गज नेताओं को दरकिनार करते हुए केवल पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और पूर्व मंत्री एवं विधायक कमलेश्वर पटेल को ही स्थान मिल सका है। इसके अलावा 18 स्थाई आमंत्रित सदस्य, 14 इंचार्ज और 9 विशेष आमंत्रित सदस्यों के साथ यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस और सेवा दल के राष्ट्रीय अध्यक्षों को भी टीम में स्थान मिला है।

लंबे समय से था लिस्ट का इंतजार

कांग्रेस के नजरिए से देखा जाए तो मल्लिकार्जुन खड़गे के अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठने के बाद से सीडब्ल्यूसी का इंतजार हो रहा था। वहीं, इस कार्य समिति में आनंद शर्मा और शशि थरूर समेत G-23 के नाराज नेताओं को भी स्थान दिया गया। CWC कांग्रेस में सभी फैसले लेने वाली सबसे बड़ी कमेटी है। हालांकि सूची जारी करने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कई बार सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ बैठकें कीं। इस सूची में खड़गे, सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह के बाद चौथे नंबर पर राहुल गंधी का नाम, जबकि 17 वें नंबर पर प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम है।

ये बने CWC के मेंबर

सीडब्ल्यूसी में एके एंटनी, अंबिका सोनी, अधीर रंजन चौधरी, चरणजीत सिंह चन्नी, आनंद शर्मा, समेत कुल 39 नेता शामिल हैं। इस टीम में सचिन पायलट, शशि थरूर, अशोक चव्हाण, दीपक बावरिया गौरव गोगोई, नासिर हुसैन, दीपा दास मुंशी के नाम नए हैं। जबकि, विशेष आमंत्रित सदस्यों के कोटे से पवन खेड़ा, सुप्रिया श्रीनेत और अलका लांबा को जगह दी गई है।

एमपी से एक दर्जन दावेदार लगा रहे थे गुहार

कांग्रेस की इस सबसे ताकतवर समिति में जगह पाने के लिए एमपी कांग्रेस से कई दिग्गज कतार में थे। एमपी से कमलनाथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं लिहाजा उनका इस समिति में नाम न होना तय था, लेकिन पूर्व पीसीसी चीफ रहे अरुण यादव, सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह और युवा कोटे से जीतू पटवारी इस समिति में जगह पाने की कोशिश कर रहे थे।

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