इंदौरमध्य प्रदेश

MP में PFI के ठिकानों पर NIA की छापेमारी, इंदौर-उज्जैन से 4 लीडर्स को हिरासत में लिया

नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कई ठिकानों पर 13 राज्यों में बुधवार देर रात छापेमारी की है। NIA की टीम ने मध्यप्रदेश के इंदौर और उज्जैन में PFI के ठिकानों पर छापा मारकर 4 लीडर्स को हिरासत में लिया है। टेरर फंडिंग को लेकर छापामार कार्रवाई जारी है। PFI के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल करीम बेकरीवाला और अब्दुल जावेद को हिरासत में लिया गया है। इंदौर के बंबई बाजार से मुमताज कुरैशी को हिरासत में लिए जाने की जानकारी सामने आ रही है।

इंदौर के एसीपी ने की पुष्टि

इंदौर में एडिशनल पुलिस कमिश्नर (एसीपी) राजेश हिंगणकर ने PFI पर की गई छापामार कार्रवाई की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में पीएफआई का स्टेट हेड अब्दुल करीम बेकरी और अब्दुल जावेद शामिल है। PFI का एक अन्य प्रमुख पदाधिकारी अब्दुल रऊफ बेलिम पहले से जिलाबदर बताया जा रहा है। बता दें कि इंदौर में जवाहर मार्ग स्थित पीएफआई के ऑफिस में भी एनआईए की टीम ने जांच की है। इस दौरान टेरर फंडिंग से जुड़े दस्तावेज समेत अन्य साहित्य मिलने की बात सामने आ रही है।

विरोधी आवाजों को दबा रही सरकार : PFI

एनआईए की रेड पर PFI ने बयान जारी करते हुए कहा है कि, फासीवादी शासन द्वारा विरोध की आवाजों को दबाने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। सेंट्रल एजेंसी हमारे लोगों को प्रताड़ित कर रही है। शासन द्वारा किए जा रहे अत्याचारों का ताजा उदाहरण आधी रात को देखने को मिला, जब केंद्रीय एजेंसियों एनआईए और ईडी ने लोकप्रिय नेताओं के घरों में छापेमारी की। राष्ट्रीय, राज्य और स्थानीय स्तर के नेताओं के घर छापेमारी की जा रही है। राज्य समिति कार्यालय पर भी छापेमारी की जा रही है।

18 सितंबर को 23 जगहों पर रेड

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 18 सितंबर को आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 23 जगहों पर छापेमारी की थी, जहां कराटे प्रशिक्षण केंद्र के नाम पर प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के ट्रेनिंग कैंप चलाए जा रहे थे। आतंकी गतिविधियों के संचालन की जानकारी मिलने के बाद निजामाबाद, कुरनूल, गुंटूर और नेल्लोर जिले में छापेमारी की गई थी।

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केरल से चर्चा में आया था PFI

PFI सबसे पहले 2010 में चर्चा में आया था। आरोप था कि, प्रोफेसर जोसेफ ने एक प्रश्नपत्र में पूछे गए सवाल के जरिए पैगंबर मोहम्मद साहब का अपमान किया था। इसके बाद कहा गया कि, PFI कार्यकर्ताओं ने प्रोफेसर जोसेफ के हाथ काट दिए थे।

देश के 23 राज्यों में सक्रिय है संगठन

पॉपुलर फ्रट ऑफ इंडिया यानी PFI का गठन 17 फरवरी 2007 को हुआ था। ये संगठन दक्षिण भारत में तीन मुस्लिम संगठनों का विलय करके बना था। जिनमें केरल का नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट, कर्नाटक फोरम फॉर डिग्निटी और तमिलनाडु का मनिथा नीति पसराई शामिल थे। पीएफआई का दावा है कि इस वक्त देश के 23 राज्यों में यह संगठन सक्रिय है।

क्या है पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ?

पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) एक इस्लामिक संगठन है। ये संगठन खुद को पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के हक में आवाज उठाने वाला बताता है। 2006 में मनिथा नीति पसाराई (MNP) और नेशनल डेवलपमेंट फंड (NDF) नामक संगठन ने मिलकर पॉपुलर फ्रंट इंडिया (PFI) का गठन किया था। संगठन की जड़े केरल के कालीकट में हैं। ये संगठन शुरुआत में दक्षिण भारत के राज्यों में ही सक्रिय था, लेकिन अब UP-बिहार समेत 23 राज्यों में इसका विस्तार हो चुका है।

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