
इंदौर। अब तक के चुनाव में पहली बार ऐसा हुआ जब चुनाव वाले दिन ही कर्मचारियों के खाते में उनके मानदेय के पैसे पहुंचाने का काम किया गया। शाम को 6:00 बजे मतदान समाप्त होने के बाद जब सरकारी कर्मचारी ईवीएम मशीन और मतदान दल के रूप में उन्हें प्राप्त हुई अन्य सामग्री को लेकर वापस नेहरू स्टेडियम पर पहुंचे, उसके पहले ही उनके मोबाइल में पैसे क्रेडिट होने का मैसेज आ गया।
जिससे मतदान कर्मियों के चेहरे पर एक अलग तरह की खुशी नजर आई। वहीं मतदान दलों की वापसी पर उनका भव्य स्वागत किया गया। तिलक लगाकर और पुष्प माला पहनाकर उनका अभिनंदन किया गया।
खुश नजर आए कर्मचारी
चुनाव संपन्न होने के बाद कई बार चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारियों को जहां कभी-कभी भुगतान में विलंब भी हो जाता है। लेकिन, इस बार इंदौर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी इलैयाराजा टी ने चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारियों को मतदान की ईवीएम मशीन जमा करने से पहले ही उनके खातों में ड्यूटी का रुपया पहुंचा दिया। जिसे देख सभी कर्मचारी काफी खुश दिखाई दिए।
इस बार चुनाव में लगभग 10 हजार 800 कर्मचारी लगे थे। देर रात मतदान पेटियों का आने का सिलसिला जारी था। कर्मचारियों की खुशी इस बात से भी दिखाई दी कि सभी के खातों में ड्यूटी का रुपया पहुंच गया। ड्यूटी करने वाले 10 हजार 800 कर्मचारियों को 1 करोड़ 18 लाख रुपए का भुगतान किया गया है।
कर्मचारियों के खाते में राशि ट्रांसफर
कलेक्टर इलैया राजा ने बताया कि 10 हजार 800 कर्मचारियों के खाते में 1 करोड़ 18 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए है। इसमें पीठासीन अधिकारी के रूप में काम करने वाले हर कर्मचारी के खाते में 1400 रुपए और मतदान दल के सदस्य के रूप में काम करने वाले कर्मचारियों के खाते में 1200 रुपए ट्रांसफर किए गए हैं।
रिजर्व कर्मचारी को मानदेय बाद में मिलेगा। चुनाव की व्यवस्था के लिए रिजर्व में रखे गए कर्मचारियों को अभी मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। इस बारे में कलेक्टर का कहना है कि हमारे पास पैसा खत्म हो गया है। हमारे द्वारा चुनाव आयोग से पैसे की डिमांड कर दी गई है। यह पैसा जैसे ही आ जाएगा वैसे ही रिजर्व के कर्मचारियों को भी भुगतान कर दिया जाएगा।
400 कर्मचारी के खाते गलत निकले
कल जब ड्यूटी में लगे सरकारी कर्मचारियों के बैंक खाते में राशि ट्रांसफर की जा रही थी तो 400 कर्मचारी ऐसे थे, जिनके बैंक खाते की जानकारी में कहीं ना कहीं कोई ना कोई त्रुटि थी। इसी कारण से उनके खाते में जब पैसा ट्रांसफर किया जाने लगा तो वह पैसा ट्रांसफर नहीं हो सका है। अब इन कर्मचारियों से उनके बैंक खाते की जानकारी वापस से अलग से बुलवाई जाएगी और फिर इन कर्मचारियों के खाते में पैसा ट्रांसफर किया जाएगा।
(इनपुट – हेमंत नागले)