
श्रीनगर। पहलगाम के बैसरन क्षेत्र में मंगलवार को हुए बड़े आतंकी हमले में 28 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यह हमला उस समय हुआ जब बड़ी संख्या में पर्यटक इलाके में घूमने आए थे। चश्मदीदों के मुताबिक, आतंकियों ने विशेष रूप से पर्यटकों को निशाना बनाया, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। इस हमले से पूरे देश में आक्रोश है।
आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस कायरतापूर्ण हमले की निंदा करते हुए कहा, “इस अमानवीय कृत्य से हम सभी अत्यंत दुखी हैं। मैं भारत के इस दृढ़ संकल्प को दोहराना चाहूंगा कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति ‘जीरो टॉलरेंस’ की है। भारत का हर नागरिक इस नापाक हरकत के खिलाफ एकजुट है।” उन्होंने कहा कि सरकार इस हमले की गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही इसके पीछे मौजूद आतंकियों और साजिशकर्ताओं तक पहुंचा जाएगा।
भारत डरने वाला देश नहीं
राजनाथ सिंह ने वायुसेना के एक कार्यक्रम में कहा, भारत इतनी पुरानी सभ्यता और बड़ा देश है, जिसको ऐसी किसी भी आतंकी गतिविधियों से डराया नहीं जा सकता। इन कृत्यों का जवाब जल्द ही सामने होगा। मैं देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार हर जरूरी कदम उठाएगी। इस आतंकी हमले के दोषियों के साथ ही इसके पर्दे के पीछे छिपे लोगों तक भी पहुंचा जाएगा। मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि करारा और स्पष्ट जवाब दिया जाएगा। राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि जल्द ही इसका रिजल्ट भी देखने को मिलेगा।
शोक संतप्त परिवारों के साथ सरकार
रक्षा मंत्री ने आगे कहा, हमने कई निर्दोष नागरिकों को खोया है। मैं उन सभी परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। इस दुखद समय में मैं दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।
राजनाथ सिंह ने की उच्च स्तरीय बैठक
हमले के अगले दिन बुधवार को राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति को लेकर तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। करीब ढाई घंटे तक चली इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एके सिंह समेत शीर्ष अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में इस हमले से उत्पन्न हालात, सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा और आगे की कार्रवाई को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। रक्षा मंत्री ने संकेत दिए कि आने वाले समय में हमले के जिम्मेदार लोगों को सख्त और प्रत्यक्ष जवाब मिलेगा।