
भोपाल। मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया ने गुरुवार शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। मीडिया को संबोधित करते हुए भूरिया ने कहा कि भाजपा सरकार भोपाल में प्रदेश की युवा नीति घोषित करने जा रही है। यह बहुत विडंबना की बात है कि 20 साल बाद इनकी सरकार जाने वाली है, तब यह युवा नीति ला रहे हैं और महापंचायत कर रहे हैं।
प्रदेश में 70 लाख से ज्यादा युवा उच्च शिक्षा से वंचित है। एक करोड़ से ज्यादा फीस के नाम पर परीक्षाओं में ले लिए हैं। लेकिन, आज तक उनको रोजगार नहीं दे पाए। अब इनको करनी ही थी तो शोक सभा करते। क्योंकि, इनके कार्यकाल में 17 हजार से ज्यादा बेरोजगारों ने आत्महत्या की है।
परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे
विक्रांत भूरिया ने बोले, कहते हैं कि ‘पूत के पांव’ पालने में दिख जाते हैं, मप्र भाजपा सरकार ने सत्ता में आते ही प्रदेश के करोड़ों युवाओं के भविष्य की बोली लगाकर विश्व के सबसे व्यापक और वीभत्स व्यवसायिक परीक्षा मंडल के घोटाले को आकार दिया। 13 से अधिक सरकारी नौकरी भर्ती और प्रवेश परीक्षाओं में 75 लाख से अधिक प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया।
पुलिस कांस्टेबल, खाद्य निरीक्षण चयन टेस्ट, सूबेदार उपनिरीक्षक व प्लाटून कमांडर, मिल्क फेडरेशन जैसी अनेक भर्ती परीक्षा में घोटाला किया गया। इतना ही नहीं डेंटल और प्राईवेट मेडिकल कॉलेज का भर्ती घोटाला तो व्यापमं से भी बड़ा है। इस घोटाले में शिवराज सरकार दोषियों को पकड़ने की बजाए संस्थाओं के नाम बदल रही है। भूरिया ने कहा कि अब बोर्ड परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे हैं। यहां पेपर लीक करने वालों को रोजगार मिल रहा है।
38 लाख रजिस्टर्ड युवा में सिर्फ 21 को मिली नौकरी
भूरिया ने कहा कि भ्रष्टाचार में डूबी मप्र भाजपा सरकार ने प्रदेश के युवाओं को बेरोजगारी के अंधकार में धकेल दिया है। हाल ही में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने विधानसभा में इस बात को स्वीकारा की प्रदेश के रोजगार कार्यालयों में रजिस्ट्रर्ड 37 लाख 80 हजार 679 शिक्षित एवं 1 लाख 12 हजार 470 अशिक्षित बेरोजगार आवेदक रोजगार की बाट जोह रहे हैं। 01 अप्रैल 2020 से अब तक अर्थात बीते 3 वर्षों में मात्र 21 लोगों को ही नौकरी मिली।
#भोपाल : #मध्य_प्रदेश युवा #कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष #डॉ_विक्रांत_भूरिया ने #भाजपा पर तंज कसते हुए कहा- 20 साल बाद इनकी #सरकार जाने वाली है, तब यह युवा नीति ला रहे हैं और #महापंचायत कर रहे हैं।@VikrantBhuria @IYCMadhya @INCMP #MPNews @CMMadhyaPradesh @BJP4MP #यूथ_महापंचायत_MP… pic.twitter.com/mvAZrFCi68
— Peoples Update (@PeoplesUpdate) March 23, 2023
17 साल में 17 हजार बेरोजगारों ने की आत्महत्या
एनसीआरबी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि मप्र में भाजपा सरकार और बेरोजगारी ने साथ-साथ पैर पसारे हैं। छात्रों में बेरोजगारी की निराशा इस हद तक व्याप्त हो गई कि उसने अपने उज्जवल भविष्य का अवसर न देखकर आत्महत्या को गले लगा लिया। यह बेहद दुखद और निराशाजनक बात है कि भाजपा के बीते 17 सालों के कार्यकाल में 17 हजार 326 छात्रों और बेरोजगारों ने आत्महत्या को गले लगा लिया।
चपरासी, चौकीदार के पदों के लिए ग्रेजुएट युवा कर रहे आवेदन
भूरिया ने कहा कि प्रदेश के बेहद शिक्षित और योग्य युवाओं के पास अपने भविष्य संवारने के कोई अवसर नहीं बचे हैं। हाल ही में पटवारी भर्ती परीक्षा-2023 में 6000 पदों के लिए 12 लाख युवाओं ने आवेदन दिए। जिसमें 4 लाख से अधिक आवेदक इंजीनियर, एमबीए और पीएचडी परीक्षा उत्तीर्ण हैं। जिसमें से स्नात्तकोत्तर के 01 लाख 80 हजार, एमबीए के 80 हजार, इंजीनियनिंग में बीई और बीटेक के 85 हजार और पीएचडी के 1000 छात्रों ने आवेदन किया है।
इसके कुछ वर्ष पहले भी विभिन्न विभागों में चपरासी और चौकीदार बनने के चतुर्थ श्रेणी के 1333 पदों के लिए, जिसकी न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता कक्षा 8वीं पास थी, जिसमें बीटेक, इंजीनियर, एमकॉम, एमएससी और एमए करने वाले पोस्ट ग्रेजुएट ने आवेदन किया था, 04 लाख से अधिक आए आवेदनों में से 62 हजार से अधिक ग्रेज्यूट थे।
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