ताजा खबरभोपाल

ठेकेदारों ने बनाई दूरी, 21 में सिर्फ 3 शराब दुकानें ही बिकीं

जिले की 7 समूहों की डेढ़ दर्जन दुकानों के ठेकों के लिए फिर से बुलाए जाएंगे टेंडर

भोपाल। नवीनीकरण और लॉटरी प्रक्रिया से शेष बची जिले की 9 समूहों की 21 शराब दुकानों के ठेकों के लिए ठेकेदारों ने दूरी बना ली। सोमवार को टेंडर प्रक्रिया में सिर्फ 2 समूहों की 3 दुकानों के लिए दो ठेकेदारों ने ही दिलचस्पी दिखाई। इनके लिए भी सिर्फ एक-एक टेंडर ही आए थे। बाकी 7 समूहों की डेढ़ दर्जन दुकानों के लिए एक भी ठेकेदार आगे नहीं आया। अब इन दुकानों को बेचने के लिए 11 मार्च तक फिर से टेंडर बुलाए गए हैं। जिले में 87 शराब दुकानें हैं। पिछले दिनों 26 समूहों की 66 दुकानें नवीनीकरण और लॉटरी के जरिए ठेके पर जा चुकी हैं। शेष 9 समूहों की 21 दुकानों के लिए सोमवार को ई- टेंडर खोले गए। सूत्रों के मुताबिक, इसमें एक-एक समूह ने गोविंदपुरा की 2 और बिलखिरिया की एक दुकान के लिए सिर्फ एक-एक टेंडर भरे थे। दोनों दुकानों की रिजर्व प्राइस 29.26 करोड़ रुपए निर्धारित की गई थी, लेकिन ठेकेदारों ने अधिकतम आॅफर 29.84 करोड़ रुपए का दिया। रिजर्व प्राइस से 58 लाख रुपए ज्यादा का आॅफर आने पर जिला निष्पादन समिति ने दोनों समूहों के टेंडर मंजूर कर लिए हैं। इन दोनों समूह के ठेकेदार नए हैं। मौजूदा वित्तीय वर्ष से इस बार 15.09 फीसदी ज्यादा राजस्व : मालूम हो कि आबकारी विभाग ने भोपाल जिले की 35 समूहों की 87 शराब दुकानों के लिए 916.93 करोड़ रुपए राजस्व जुटाने का लक्ष्य रखा है। 28 समूहों की 66 दुकानें रिन्यूअल और लॉटरी के बाद ठेके पर जा चुकी हैं। इससे आबकारी को पिछले साल के मुकाबले 15.09 प्रतिशत ज्यादा राजस्व मिला है। ये दुकानें 759.98 करोड़ रुपए के ठेके पर गई हैं। इनका आरक्षित मूल्य 759.40 निर्धारित किया गया था। राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024- 25 की आबकारी नीति में शराब दुकानों की दरें पिछली बार के मुकाबले 15 फीसदी ज्यादा रखी हैं।

दूरी बनाने का कारण

राजधानी के एक शराब कारोबारी का कहना है कि सरकार ने इस बार ठेकों के भाव 15 फीसदी ज्यादा बढ़ा दिए हैं। इससे कारोबार करना मुश्किल हो जाएगा। उनका कहना है कि टेंडर प्रक्रिया में रिजर्व प्राइस से कम दरों के आॅफर आते हैं। वर्ष 2023-24 में सरकार ने रिजर्व प्राइस से 50 फीसदी कम तक में ठेके दिए थे।

सोमवार को दो समूहों की तीन दुकानों के टेंडर मंजूर किए गए हैं। ये रिजर्व प्राइस से करीब 58 लाख रुपए ज्यादा है। बाकी बची 7 समूहों के लिए 11 मार्च तक टेंडर बुलाए गए हैं। उसी दिन दोपहर बाद इनके टेंडर खोले जाएंगे। – दीपम रायचुरा, सहायक आबकारी आयुक्त,भोपाल 

संबंधित खबरें...

Back to top button