
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने गुरुवार (25 जुलाई) को कठुआ आतंकी हमले से जुड़े जैश-ए-मोहम्मद के दो मददगारों को गिरफ्तार किया है। दोनों ओजीडब्ल्यू आतंकियों को खाने-पीने के सामान के साथ-साथ वाई-फाई भी मुहैया कराते थे, ताकि आतंकी सीमा पार बैठे अपने हैंडल से बातचीत कर सकें। बताया जा रहा है कि इन दोनों ने आतंकी हमले में मदद की थी। फिलहाल, इनसे पूछताछ जारी है।
कठुआ में 5 जवान हुए थे शहीद
जम्मू-कश्मीर में कठुआ जिले के माचेडी इलाके में सोमवार (8 जुलाई) को सेना के वाहन पर आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला कर दिया। गोलीबारी में पांच जवान शहीद हो गए, जबकि 5 जवान घायल हुए। अधिकारियों ने बताया कि हमला एडवांस हथियारों से लैस 3 आतंकियों ने किया था, जो हाल ही में सीमा पार से घुसपैठ करके आए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हमले के लिए एक लोकल गाइड ने भी आतंकियों की मदद की थी।
पिछले एक महीने में हुए आतंकी हमले
9 जून, रियासी में बस पर हमला : कटरा के रियासी इलाके में तीर्थयात्रियों को माता वैष्णो देवी मंदिर लेकर जा रही 53 सीटर बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। जिससे बस खाई में गिर गई थी, हमले में एक नाबालिग समेत 9 लोगों की मौत हो गई और 41 अन्य घायल हो गए थे। बस में उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के तीर्थयात्री सवार थे।
11 जून, कठुआ में एक जवान शहीद : जम्मू कश्मीर के कठुआ के एक गांव में आतंकी घुस आए थे। इसके बाद आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया था। जिसके बाद सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। आतंकियों ने जिले के हीरानगर सेक्टर के सैदा सुखल गांव पर हमला किया था। सुरक्षाबलों के ऑपरेशन में सीआरपीएफ का एक जवान भी शहीद हुआ था।
12 जून, डोडा में एक आतंकी ढेर : जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में सेना के अस्थायी ऑपरेटिंग बेस पर आतंकियों ने गोलीबारी कर दी थी। इस दौरान सेना के दो जवान घायल हो गए थे, जबति एक आतंकी को ढेर कर दिया गया था। इसके साथ ही एक नागरिक घायल भी हो गया था। रियासी और कठुआ के बाद जम्मू इलाके में यह तीन दिनों में तीसरा आतंकी हमला था।
6 जुलाई, कुलगाम में 2 जवान शहीद : जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के दो गावों में 6 जुलाई को हुए एनकाउंटर में 2 जवान शहीद हो गए थे। इनमें से एक एनकाउंटर कुलगाम के चिनिगाम में, जबकि दूसरा मोदरगाम गांव में हुआ था। गोलीबारी में लांस नायक प्रदीप नैन (पैरा कमांडो) और आरआर के हवलदार राज कुमार शहीद हुए थे।
7 जुलाई, राजौरी में सेना के शिविर पर हमला : जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सेना के शिविर पर आतंकी हमला हुआ था। जिसमें आर्मी का एक जवान घायल हो गया था। आतंकियों ने सेना के शिविर पर गोलीबारी की थी। इस दौरान तैनात जवानों ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें सेना का जवान घायल हो गया था। हालांकि, आतंकी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे थे।
8 जुलाई, कठुआ में सेना की गाड़ी पर हमला : जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकियों ने आतंकी हमला किया था, जिसमें पांच जवान शहीद हो गए थे। आतंकियों ने शाम के समय सेना के वाहन पर हमला किया था। इस दौरान उन्होंने सेना की गाड़ी पर ग्रेनेड भी फेंका था और अंधाधुंध फायरिंग की थी।
10 जुलाई, नौशेरा में घुसपैठ की कोशिश : राजौरी के नौशेरा सेक्टर में आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की थी। संदिग्ध आतंकियों के एक ग्रुप ने रात के समय भारतीय इलाके में घुसने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें उलटेपांव भागना पड़ा था।
16 जुलाई, नौशेरा में फिर हुआ हमला : 10 जुलाई को नौशेरा में आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश नाकाम होने के बाद 16 जुलाई को आतंकियों ने फिर हमला किया। मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के 4 जवान शहीद हो गए और एक पुलिसकर्मी की भी मौत हो गई।
18 जुलाई, कुपवाड़ा में 2 आतंकी ढेर : जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के केरन इलाके में सेना ने एनकाउंटर में 2 आतंकियों को मार गिराया था। यहां कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद सेना ने सर्च ऑपरेशन चलाया था। इसी दौरान आतंकियों-सेना के बीच मुठभेड़ शुरू हुई थी।
23 जुलाई, बट्टल सेक्टर में मुठभेड़ : पुंछ में LOC के पास बट्टल सेक्टर में सुबह करीब 3 बजे आर्मी-आतंकियों के बीच गोलीबारी हुई थी। इसमें लांस नायक सुभाष कुमार घायल हो गए थे, उन्होंने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।
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