राष्ट्रीय

UP Elections : PM मोदी ने सपा पर साधा निशाना, बोले- कुछ घोर परिवारवादियों को पसंद नहीं आता भारत का पराक्रम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को उत्तर प्रदेश के बस्ती में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि आज चंद्रशेखर आजाद जी के बलिदान दिवस पर देश अपने सपूत को याद कर रहा है। कल बालाकोट एयरस्ट्राइक के 3 साल पूरे होने पर देश ने अपनी वायुसेना के पराक्रम को भी याद किया। हमारे शूरवीरों ने देश को चुनौती देने वालों को उनके घर में ही घुसकर मारा था। लेकिन भारत का ये पराक्रम दिल्ली और यूपी में बैठे कुछ घोर परिवारवादियों को पसंद नहीं आता।

जिन लोगों का दिल आतंकियों के लिए धड़कता…

पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन गंगा चलाकर हम यूक्रेन से भी हजारों भारतीयों को वापस ला रहे हैं। हमारे जो बेटे-बेटी अभी भी वहां हैं, उन्हें पूरी सुरक्षा के साथ अपने घर पहुंचाने के लिए सरकार दिन-रात काम कर रही है। उन्होंने आगे अपने संबोधन में कहा कि जिन लोगों का दिल, देश में बम धमाके करने वाले आतंकियों के लिए धड़कता है, वो कभी देश को सशक्त नहीं बनाएंगे।

UP की जनता को बहुत सतर्क रहना है : PM

पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग देश की सेनाओं की जरूरत को हमेशा नजरअंदाज करते रहे, वो परिवारवादी देश को मजबूत नहीं कर सकते। ये लोग आज भी हमारी सेनाओं से सबूत मांगते हैं, उनके सामर्थ्य पर विश्वास नहीं करते इसलिए ऐसे लोगों से यूपी की जनता को बहुत सतर्क रहना है।

उत्तर प्रदेश के बस्ती में जनसभा हुई

पहले की सरकार को सिर्फ कमीशन नजर आता

पीएम मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों की जो नीतियां थीं। उन्होंने विदेश से सामान मंगाने पर ही जोर दिया। इन लोगों को भारत का दूसरे देशों पर निर्भर बने रहना अच्छा लगता है। इन्हें सिर्फ कमीशन नजर आता है। इसलिए ये लोग कभी आत्मनिर्भर भारत की बात नहीं करते।

इनके लिए अपना स्वार्थ सबसे बड़ा है : PM

पीएम मोदी ने कहा कि कमीशन के लिए जीने वाले परिवारवादी किसानहित और राष्ट्रहित के कदम नहीं उठा सकते। ये किसी जाति के नहीं होते, ये किसी समाज के नहीं होते। इनके लिए अपना स्वार्थ सबसे बड़ा है।

घोर परिवारवादियों का एक ही फॉर्मूला

पीएम मोदी ने कहा कि देश तभी ताकतवर होगा, जब देश के राज्य ताकतवर होंगे, जब उत्तर प्रदेश ताकतवर होगा। लेकिन घोर परिवारवादियों का तो एक ही फॉर्मूला है- पैसा परिवार की तिजोरी में, कानून जेब में और जनता इनके पैरों पर। गरीब की इसी हाय ने 2014 में इन्हें झटक दिया, 2017 में पटक दिया, 2019 में साफ कर दिया। अब 2022 में तो इन्हें अपनी ही सीट बचाने के लाले पड़ गए हैं।

राष्ट्रीय की अन्य खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

संबंधित खबरें...

Back to top button