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जम्मू-कश्मीर : सिंहपोरा पट्टन में लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी गिरफ्तार, AK-47 के 71 जिंदा कारतूस बरामद

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक संदिग्ध आतंकवादी सहयोगी को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि बारामूला पुलिस, सेना की 29 आरआर और दो बटालियन एसएसबी के संयुक्त बल ने सिंहपोरा पट्टन में नाका चौकी लगाने के दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा है। उन्होंने बताया कि माटीपोरा की तरफ से आ रहे फेरन (गाउन) पहने एक व्यक्ति ने नाका चौकी देखकर मौके से भागने की कोशिश की, लेकिन सतर्क संयुक्त बलों ने उसका पीछा कर उसे पकड़ लिया।

AK-47 के 71 जिंदा कारतूस बरामद

संदिग्ध व्यक्ति की तलाशी के दौरान उसके पास से एके -47 के 71 राउंड कारतूस बरामद किए गए हैं। उसे तुरंत हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस पूछताछ में उसने अपना नाम अली मोहम्मद भट बताया है। वह बोनीचकल आरामपोरा पट्टन का निवासी है। उसने बताया कि वह प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों का सहयोगी है। पुलिस ने कहा कि थाना पट्टन में सशस्त्र और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी गई है।

सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाला आतंकी गिरफ्तार

22 जनवरी 2023 को सेना और शोपियां पुलिस के जॉइंट ऑपरेशन के तहत हिजबुल मुजाहिदीन के सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले आतंकवादियों में से एक नासिर अहमद शेर गोजरी उर्फ ​​​​कासिम भाई को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक नासिर 2017 से घाटी में सक्रिय था और विभिन्न आपराधिक मामलों में शामिल था। उसके खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद आगे की जांच की जा रही है।

पुलिस और सेना के सूत्रों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी बमुश्किल एक साल भी जिंदा नहीं रह पाते हैं। मुठभेड़ों में सुरक्षाबल उन्हें मार गिराते हैं। इसके बावजूद नासिर अहमद शेर गोजरी पुलिस और सुरक्षाबलों को चकमा देकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी।

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