
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की ‘मोहब्बत की दुकान’ पर करारा पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि वह इसके नाम पर ‘नफरत का जहर’ बोने का काम रहे हैं। भाजपा ने अपने नेताओं राज्यवर्धन सिंह राठौर, पूनम महाजन और प्रवेश साहिब सिंह वर्मा की ओर से राहुल गांधी के नाम लिखा गया एक ‘खुला पत्र’ जारी किया। जिसमें कांग्रेस शासन में हुए विभिन्न दंगों, गांधी-नेहरू परिवार की ओर से कांग्रेस के कुछ नेताओं के साथ हुई कथित ‘बदसलूकी’, अपने ही परिवार के सदस्यों के साथ किए गए ‘अमानवीय’ व्यवहार और देश की महान विभुतियों के प्रति ‘नफरत’ का उल्लेख करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा गया है।
‘मोहब्बत की दुकान’ या ‘नफरत का मेगामॉल’
‘मोहब्बत की दुकान’ या ‘नफरत का मेगामॉल’ शीर्षक से लिखे गए इस पत्र में पार्टी नेताओं ने राहुल गांधी पर विदेशी धरती से भारत के प्रति नफरत फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि उनके परिवार व उनकी पार्टी के लिए ऐसा करना कोई नई बात नहीं है। पार्टी नेताओं ने कहा- आप लोगों की तो इसमें महारत रही है। अपने परिवार के इतिहास के पन्ने पलटिए तो वे चीख-चीखकर नफरत के किस्सों की गवाही देंगे और आपके पूरे परिवार ने नफरत का मेगामॉल खोल रखा है।
BJP नेताओं ने लेटर में क्या लिखा ?
भाजपा नेताओं ने अपने लेटर में लिखा कि राहुल गांधी ‘मोहब्बत की दुकान’ खोलने की बात करते हैं लेकिन वह भूल जाते हैं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश के लोकतंत्र को 19 महीने तक अपनी मुट्ठी में कैद रखा था। आपातकाल का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इस दौर में लोकतांत्रिक अधिकारों की आवाज उठाने वाले हर शख्स को जेल में डाल दिया गया था। देश और देशवासियों से नफरत के उस काले अध्याय को देखते हुए आपकी मोहब्बत एक कॉमेडी से ज्यादा नहीं लगती।
भाजपा नेताओं ने अपने लेटर में लिखा कि उम्मीद है कि अपने परिवार और कांग्रेस के ‘मोहब्बत’ के ऐसे सभी उदाहरण को आप गंभीरता से लेंगे। इसके साथ ही आपसे आशा है कि ‘मोहब्बत की दुकान के नाम पर नफरत का जहर बोने के बजाए आप शांति, सद्भाव और एकजटुता की देश की भावना को समझने का प्रयास करेंगे।
नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने निकले!
ज्ञात हो कि राहुल गांधी ने अपनी बहुचर्चित ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान कहा था कि वह नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने निकले हैं। हाल ही में अमेरिका दौरे पर भी राहुल गांधी ने ‘मोहब्बत की दुकान’ नाम से आयोजित कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था।