ग्वालियरमध्य प्रदेश

जैन मुनि ने की भविष्यवाणी : जल्द MP के सीएम होंगे केंद्रीय मंत्री सिंधिया, समर्थकों की तालियों से गूंज उठा परिसर

ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मंगलवार को ग्वालियर में चल रहे पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव में जैन संतों से आशीर्वाद लेने पहुंचे थे। जहां जैन संत मुनि विहर्ष सागर महाराज ने केंद्रीय मंत्री सिंधिया को लेकर एक ऐसी भविष्यवाणी की जिसके बाद से सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।

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मुख्यमंत्री बनने की भविष्यवाणी

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव में शिरकत की। फूलबाग मैदान पर उन्होंने जैन मुनि विहर्ष सागर महाराज के साथ-साथ मुनि विजयेश सागर महाराज और विनिबोध सागर महाराज का आशीर्वाद लिया। इस दौरान पर मुनि विहर्ष सागर महाराज ने कहा कि सिंधिया परिवार ने हमेशा ही धर्म के प्रति अपनी आस्था जताई है। जनसेवा को अपना माध्यम बनाया है। सिंधिया जिस तरह से आम लोगों की सेवा कर रहे हैं। एवं समूचे प्रदेश के विकास के लिए चिंतित रहते हैं। हो सकता है कुछ दिन बाद सिंधिया जी को आप मुख्यमंत्री के रूप में देखें। इसके अलावा उन्होंने सिंधिया परिवार की तारीफ भी की। जैसे ही उन्होंने यह बात कही तो उनके समर्थकों ने तालियां बजा दी और गुरुदेव के जयकारे लगाए।

खुद को जैन परिवार का सदस्य मानता हूं:सिंधिया

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस अवसर पर कहा कि वे भले ही जैन परिवार में नहीं जन्मे हैं, लेकिन वे अपने आप को जैन परिवार का सदस्य ही मानते हैं। जैन समाज ने विश्व को शांति और अहिंसा का मार्ग बताया है, जिस पर मौजूदा दौर में पूरी दुनिया को अनुसरण करने की जरूरत है। सिंधिया के साथ ग्वालियर के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन तोमर, जैव विविधता मंत्री भारत सिंह कुशवाह एवं अन्य कार्यकर्ता व जैन समाज के पदाधिकारी मौजूद थे।

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गोपाचल पर्वत अपने आप में अनूठा है: विहर्ष सागर

जैन मुनि विहर्ष सागर महाराज ने आगे कहा था कि एमपी अन्य राज्यों से पीछे है और काफी आगे लेकर जाना है। यह काम महाराज ही कर सकते हैं। ग्वालियर किले में स्थित गोपाचल पर्वत अपने आप में अनूठा है। यहां भगवान पार्श्वनाथ की 45 फीट ऊंची अनोखी प्रतिमा है, जो ग्वालियर और देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। उन्होंने सिंधिया से अपील की कि वे गोपाचल पर्वत को विश्व पटल पर रखने की दिशा में ज्यादा कोशिश करें।

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