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नए साल पर ISRO सैटेलाइट लॉन्च कर रचेगा इतिहास, चांद-सूरज के बाद अब ब्लैक होल के सामने आएंगे सीक्रेट

नई दिल्ली। भारत नए साल के पहले दिन ही नया इतिहास रचने जा रहा है। चंद्रयान-3 और आदित्य एल1 के बाद अब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) सोमवार यानी 1 जनवरी को नया मिशन एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट (XPoSat) को लांच करने जा रहा है। जो कि ब्लैक होल जैसी खगोलीय रचनाओं के रहस्यों से पर्दा उठाएगा। इसे श्री हरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सुबह 9:10 बजे लॉन्च किया जाएगा।

न्यूट्रॉन तारों का डेटा करेगा कलेक्ट

इस अंतरिक्ष यान को रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट और यूआर राव सैटेलाइट सेंटर ने मिलकर बनाया है।  इसका वजन 126 किलोग्राम है। यह यान एक्स किरणों का डेटा कलेक्ट करके ब्लैक होल और न्यूट्रॉन तारों की स्टडी करेगा और अंतरिक्ष में 50 सबसे चमकीले स्रोतों का अध्ययन करेगा। जिसमें पल्सर, ब्लैक होल एक्स-रे बाइनरी, एक्टिव गैलेक्टिक न्यूक्लियाई, नॉन-थर्मल सुपरनोवा शामिल हैं।

10 उपग्रह को पृथ्वी की निचली कक्षाओं में करेगें स्थापित

अंतरिक्ष में एक्स-रे पोलारिमेट्री कैसे काम करता है इसका अध्ययन करके नए रहस्य को सुलझा सकते हैं। जिससे प्रकाश के ऊर्जा स्रोत का पता लगाया जा सकता है। इस सैटेलाइट को 650 km की ऊंचाई पर तैनात किया जाएगा। इस मिशन का जीवनकाल करीब 5 साल का होगा। XPoSat 10 अन्य उपग्रह लेकर जाएगा जिन्हें पृथ्वी की निचली कक्षाओं में स्थापित किया जाएगा।

मिशन की लॉन्चिंग का काउंटडाउन शुरू

चेन्नई से करीब 135 किलो मीटर पूर्व में स्थित अंतरिक्ष केंद्र से नए साल के पहले दिन सुबह 9 बजकर 10 मिनट पर होने वाले लांचिग के लिए काउंटडाउन शुरू हो चुका है। रिपोर्ट़स के मुताबिक, सैटेलाइट की लॉन्चिंग के लिए आज सुबह 8:10 मिनट पर उलटी गिनती शुरू हुई। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो से पहले अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने दिसंबर 2021 में ब्लैक होल से निकलने वाली कणों की धाराओं और अन्य खगोलीय घटनाओं का ऐसा ही अध्ययन किया था।

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