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IPL 2021, 1st Qualifier: दिल्ली के खिलाफ धोनी के बैटिंग ऑर्डर में हो सकता है बदलाव, पूर्व क्रिकेटर ने कही ये बात

नई दिल्ली। आईपीएल 2021 अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। प्लेऑफ का दौर आज से शुरू हो रहा है। चार टीमें नॉकआउट स्टेज यानी प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। आज पहले क्वालीफायर में प्वॉइंट टेबल की टॉप टू टीमें दिल्ली कैपिटल्स और चेन्नई सुपर किंग्स आमने-सामने होंगी। दुबई में होने वाले इस मुकाबले में जीतने वाली टीम सीधा फाइनल में प्रवेश करेगी, वहीं हारने वाली टीम को दूसरा क्वालीफायर खेलने का मौका मिलेगा। इसमें हारने वाली टीम का मुकाबला आरसीबी और केकेआर के बीच होने वाले एलिमिनेटर मुकाबले के विजेता से होगा। चेन्नई और दिल्ली दोनों ही इस मुकाबले को जीतकर फाइनल का टिकट कटाना चाहेंगी।

जडेजा और ब्रावो आ सकते हैं ऊपर

पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने चेन्नई और दिल्ली के बीच आईपीएल क्वालीफायर मुकाबले को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस मुकाबले में सीएसके के कप्तान धोनी के बैटिंग ऑर्डर को लेकर बयान दिया है। चोपड़ा के अनुसार धोनी इस मुकाबले में बैटिंग ऑर्डर में निचले पायदान पर आ सकते हैं। उनका मानना है कि दिल्ली के खिलाफ पहले क्वॉलिफायर में धोनी से पहले रविंद्र जडेजा और ड्वेन ब्रावो को बल्लेबाजी के लिए भेजा जाना चाहिए। ऐसे में अब आज के मुकाबले में ये देखना दिलचस्प होगा कि धोनी इस अहम मुकाबले में किस बैटिंग ऑर्डर में आते हैं। धोनी पिछले दो मैचों से टॉप ऑर्डर में आए हैं। हालांकि उनका परफॉर्मेंस उतना शानदार नहीं रहा है।

बैटिंग ऑर्डर में ऊपर नहीं आएंगे धोनी

चोपड़ा के अनुसार मुझे लगता है कि आज के मैच में धोनी बैटिंग ऑर्डर में ऊपर नहीं आएंगे। आप जडेजा या फिर शायद ब्रावो को भी धोनी से पहले बल्लेबाजी करते देखेंगे। मैं तो यही उम्मीद कर रहा हूं। इस साल पहले भारत में और अब UAE IPL के दोनों ही फेज में कप्तान कूल का बल्ला खामोश ही रहा है। हालांकि निचले क्रम में रविंद्र जडेजा की शानदार बल्लेबाजी के चलते चेन्नई के खेल पर अब तक इसका ज्यादा असर नहीं पड़ा है।

दो साल से धोनी का बल्ला खामोश

आईपीएल के पिछले दो सीजन से धोनी का बल्ला खामोश है। IPL 2021 में धोनी ने 14 के औसत और 98 से भी कम के स्ट्राइक रेट से महज 96 रन बनाए हैं। IPL 2020 में भी धोनी ने 20 के औसत और महज 110 के स्ट्राइक रेट से 200 रन बनाए थे। जहां पिछला आईपीएल बल्लेबाज के तौर पर उनका सबसे खराब सीजन साबित हुआ था। वहीं इस साल धोनी के लिए हालात और खराब नजर आ रहे हैं। हालांकि कप्तानी के अपने अनुभव और सलामी बल्लेबाजों की शानदार प्रदर्शन की बदौलत वह अपनी टीम को इस साल प्लेऑफ तक पहुंचाने में सफल रहे हैं।

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